नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. अब उन्हें अमित सिब्बल मानहानि केस में बहस करने के लिए नया वकील खोजना होगा. इस केस में उनके और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तरफ से पहले वरिष्ठ वकील कामिनी जायसवाल बहस कर रही थी लेकिन अब उन्होंने इंकार कर दिया है.
मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने जब पूछा कि केजरीवाल और सिसोदिया के लिए कौन बहस कर रहा है तो प्रशांत भूषण के वकील जयंत भूषण ने कोर्ट को बताया कि इस मामले मैं कामिनी जायसवाल बहस कर रही थीं लेकिन अब उन्होंने इंकार कर दिया है. जयंत भूषण ने कोर्ट को बताया कि वो केवल प्रशांत भूषण के लिए बहस करेंगी.
कोर्ट ने इस कहा कि कामिनी जायसवाल पत्र लिखकर उनको सूचित करे की वो उनके लिए बहस नहीं करना चाहती हैं, इसलिए अब किसी दूसरे वकील को बहस के लिए नियुक्त किया जाए.
मामले की सुनवाई 4 हफ्ते के बाद होगी. सुप्रीम कोर्ट इस बात पर सुनवाई कर रहा है कि क्या अमित सिब्बल इस मामले में अवमानना याचिका दाखिल कर सकते हैं या नहीं.
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल ने केजरीवाल और सिसोदिया के अलावा आप के पूर्व सदस्यों प्रशांत भूषण और शाजिया इल्मी को भी मामले में आरोपी बनाया था. अदालत ने 20 सितंबर, 2014 को आईपीसी की धारा 500 (मानहानि) के तहत सभी चारों आरोपियों पर मुकदमा शुरू किया था.