नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच सुलह कराने लखनऊ पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा है कि अखिलेश को अध्यक्ष पद से हटाना पार्टी की गलती थी.
लखनऊ पहुंचे रामगोपाल ने लखनऊ में कहा, ‘पार्टी में कोई कलह या संकट नहीं है. यदि कुछ होगा भी तो उसे जल्द ही दूर किया जाएगा. सीएम का फैसला लेना स्वाभाविक है, लेकिन अखिलेश को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटना एक गलती जरूर थी. इसके लिए मेरे से कोई राय भी नहीं ले गई.’
बता दें कि बुधवार को दिल्ली में हुई बैठक में मुलायम सिंह ने शिवपाल के साथ-साथ अखिलेश को भी बुलाया था, लेकिन अखिलेश ने दिल्ली आने में असमर्थता जताई थी, जिसके बाद मुलायम सिंह के मन की बात बताने का जिम्मा रामगोपाल यादव को सौंपा गया.
क्या है मामला
उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव ने जब अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा के शिवपाल सिंह को यह पद दिया उसके कुछ ही घंटों के बाद अखिलेश ने अपने चाचा मंत्री शिवपाल यादव से पीडब्लूडी समेत 7 मंत्रालय वापस ले लिए थे.
इसके अलावा अखिलेश ने बुधवार को उस समय जब पार्टी के बड़े नेता दिल्ली में बैठक में व्यस्त थे तब अचानक से 23 जिलों के डीएम बदल दिए जिनमें कई जिले मुलायम सिंह की पार्टी के गढ़ माने जाते हैं.
माना जा रहा है कि खुद को हटाकर शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने से खफा अखिलेश ने ये कदम उठाकर पार्टी और ब्यूरोक्रेसी को साफ संदेश देने की कोशिश की है कि सरकार के अंदर अब ट्रांसफर-पोस्टिंग का पावर सेंटर वो अपने पास समेट रहे हैं.