आसाराम बापू पर 25 अप्रैल को जोधपुर अदालत रेप केस मामले में सुनाएगी फैसला

साल 2013 में सूरत की एक लड़की ने आसाराम के खिलाफ मामला शिकायत में कहा था कि उन्होंने साल 1997 से लेकर 2006 तक उसका यौन उत्पीड़न किया था.

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आसाराम बापू पर 25 अप्रैल को जोधपुर अदालत रेप केस मामले में सुनाएगी फैसला

Aanchal Pandey

  • April 7, 2018 5:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

जोधपुर. जोधपुर की एससी/एसटी अदालत आसाराम बापू रेप मामले में 25 अप्रैल को फैसला सुनाएगी. इस मामले की जिरह शनिवार को पूरी कर ली गई. आसाराम बापू पर आरोप है कि उन्होंने 9 वर्ष तक एक नाबालिग बच्चे का यौन उत्पीड़न किया. 3 अगस्त, 2013 को जोधपुर पुलिस ने आसाराम बापू को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह जेल में बंद हैं. उनकी बेल याचिका कई बार खारिज हो चुकी हैं. साल 2013 में सूरत की एक लड़की ने आसाराम के खिलाफ मामला शिकायत में कहा था कि उन्होंने साल 1997 से लेकर 2006 तक उसका यौन उत्पीड़न किया था.

उस वक्त लड़की अहमदाबाद में आसाराम बापू के आश्रम में रहा करती थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़की उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली थी. पिछले साल संतों की सर्वोच्च संस्था ने फर्जी बाबाओं की दो सूची जारी की थी, जिसमें 17 बाबाओं के नाम थे. इस लिस्ट में आसाराम बापू उनके बेटे नारायण साईं, गुरमीत राम रहीम सिंह, राधे मां, निर्मल बाबा और रामपाल का नाम था. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा फर्जी बाबा घोषित किए जाने के बाद जब पत्रकारों ने  आसाराम बापू से सवाल किए तो वह नाराज हो गए. उन्होंने खुद को गधा बताते हुए कहा कि मैं उन्हीं की श्रेणी में आता हूं.

पिछले साल डेरा सच्चा सौदा के चीफ गुरमीत राम रहीम सिंह को दो साध्वियों से रेप के मामले में दोषी ठहराया गया था. उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत ने 20 साल कैद की सजा सुनाई थी. इसके बाद डेरा समर्थकों ने पंचकुला और सिरसा में जमकर उत्पात मचाया था.

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बौखलाए आसाराम ने कहा- संतों की नहीं मैं गधों की श्रेणी में आता हूं

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