कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल रही हैं, जिस वजह से संसद की कार्यवाही नहीं चल पा रही है.
नई दिल्ली.संसद की कार्यवाही में कांग्रेस द्वारा लगातार रुकावट पैदा करने को लेकर बीजेपी सांसदों ने विरोध का नया तरीका निकाला है. बीजेपी सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में 12 अप्रैल को व्रत रखेंगे. संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दूसरे चरण को लेकर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सभी बीजेपी सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में एक दिन का व्रत रखेंगे और यह पूरे देश में किया जाएगा.
गौरतलब है कि शुक्रवार को राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. राज्यसभा में विरोध प्रदर्शन के कारण करीब आधे सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही पूरी तरह बाधित रही. उच्च सदन की 30 बैठकों में करीब 45 घंटे कामकाज हुआ और 120 धंटे की अवधि हंगामे की भेंट चढ़ गई. सत्र के समापन पर अपनी टिप्पणी में सभापति एम. वेंकैया नायडू ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि राज्यसभा में जो कामकाज हुआ उसके बारे में उनके पास बताने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन राज्यसभा में जो नहीं हो पाया उसके बारे में बताने को बहुत कुछ है.
नायडू ने कहा, “ग्रेच्युटी भुगतान विधेयक पारित करने के अलावा कोई विधायी कार्य नहीं हो पाया यहां तक कि आम बजट पर चर्चा नहीं हो पाई और वित्त व विनियोग विधेयकों को भी बिना चर्चा के लोकसभा को वापस कर दिया गया”. उन्होंने दुख जाहिर करते हुए कहा कि अवकाश प्राप्त करने वाले राज्यसभा सदस्यों की विदाई भी तय तिथि पर नहीं सही तरीके से नहीं हो पाई और बाद में इसकी व्यवस्था की गई. नायडू ने सांसदों को ‘आत्मावलोकन’ करने और ‘खोने की स्थिति के बजाय पाने की स्थिति पैदा करने की कोशिश’ करने को कहा.
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