नई दिल्ली. जेएनयू से रोजाना नए-नए विवाद सामने आ रहे है. ताजा मामला JNU छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष से जुड़ा है जिन्होंने AISF के मध्य प्रदेश स्टेट कन्वेनर पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है.
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष ने फेसबुक पोस्ट और कैंपस में पर्चे चिपकाकर लेफ्ट छात्र संगठन AISF के मध्य प्रदेश स्टेट कन्वेनर आशीष रघुवंशी पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता ने आरोपी पर पैसे लेने और धोखे में रखने का भी इल्जाम लगाया है.
उनका नाम क्या है और वो किस साल जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष थीं, ये उनकी पहचान छुपाने के लिए खबर में जाहिर नहीं किया जा रहा है.
पीड़िता ने पोस्ट में लिखा कि आशीष रघुवंशी कई महीने तक उसके साथ रिलेशनशिप में था. इस दौरान उसने छात्रा को कई तरह के झूठ बोलकर शारीरिक संबंध बनाए. साथ ही उससे तकरीबन 60 हजार रुपये भी लिए.
पूर्व उपाध्यक्ष ने बताया कि जब उसने इस मामले को AISF के वरिष्ठ नेताओं के सामने रखा तो आशीष को मध्य प्रदेश के संयोजक पद से हटा दिया गया. लेकिन 60 हजार रुपये अब तक नहीं लौटाए गए जबकि संगठन के नेताओं ने कहा था कि वो पैसा वापस दिला देंगे. छात्रा की मानें तो संगठन के पदाधिकारियों ने बैठक में आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया था.
सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि आजादी की बात करने वाले जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं.
पीड़ित छात्रा का आरोप है कि उसने कन्हैया को कई बार फोन किया लेकिन कन्हैया ने फोन नहीं उठाया और ना पलटकर फोन किया. जेएनयू चुनाव की मतगणना में देखने के बाद भी कन्हैया ने उनका हाल-चाल नहीं पूछा बल्कि इग्नोर किया.
काफी वक्त बीत जाने के बाद भी आशीष रघुवंशी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसके बाद छात्रा ने फेसबुक के जरिए इस मामले को उजागर किया है.
छात्रा का कहना है कि वह आरोपी के खिलाफ तब तक आवाज उठाती रहेगी, जब तक उसके खिलाफ संगठन कड़ी कार्रवाई नहीं करता है.