नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के बिजवासन विधानसभा सीट से विधायक कर्नल देवेंदर सहरावत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है. जिसके आधार पर विपक्षियों को आप और केजरीवाल को घेरने का एक और मौका मिल गया है. सहरावत ने दिल्ली डायलॉग कमिशन को दिल्ली दलाल कमीशन की संज्ञा देते हुए इसके साथ-साथ बस सर्विस सेवा की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.
सहरावत के इस लैटर ने आम आदमी पार्टी की अंदरुनी कलह को तो उजागर कर दिया है, साथ-साथ विपक्षी पार्टियों को भी बैठे- बिठाये एक मुद्दा दे दिया है. सहरावत ने अपने लैटर में दिल्ली डायलॉग कमीशन की उपयोगिता पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही इसकी तुलना सफेद हाथी से करते हुए इस तत्काल प्रभाव से बंद करने की सलाह दी है.
देवेंदर ने अपने लैटर में लिखा कि किस तरह से कुछ अज्ञानी सलाहकारों की बात मानकर दिल्ली सरकार ने 21 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया गया, जोकि असंवैधानिक था. दिल्ली सरकार के इस कदम से ना सिर्फ पार्टी और सरकार की किरकिरी हुई है, बल्कि विधायकों की विधायकी भी खत्म होने के कगार पर है. सहरावत ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जल्दबाजी में संसदीय सचिवों की नियुक्ति की, साथ ही उन्होंने सोनिया गांधी और जया बच्चन के पूर्ववर्ती मामलों की अनदेखी की.