उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक दूल्हे ने इलाहबाद हाईकोर्ट में गुहार लगाई कि वह घोड़ी पर चढ़ के बारात ले जाना चाहता है कि लेकिन उसके गांव के सवर्ण लोग उसे ऐसा करने नहीं दे रहे क्योंकि वह दलित है. कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इंकार करते हुए कहा कि ये कानून व्यवस्था का मामला है.
इलाहाबादः यूपी के कासगंज का एक दलित शख्स घोड़ी पर चढ़ कर अपनी बारात निकालने की गुहार लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया. व्यक्ति का आरोप है कि गांव में सवर्ण बिरादरी के लोग उसे घोड़ी पर चढ़ने नहीं दे रहे हैं. दूल्हे की अर्जी को हाईकोर्ट ने निस्तारित कर दिया. कोर्ट का कहना है कि यह कानून व्यवस्था का मामला है. दूल्हा स्थानीय पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराए या न्यायालय में अपना मुकदमा दर्ज कराए.
कासगंज के संजय कुमार की याचिका पर न्यायमूर्ति रणविजय सिंह और न्यायमूर्ति शशिकांत की पीठ ने सुनवाई की. बता दें कि व्यक्ति की शादी कासगंज के गांव निजामपुर से उसकी शादी तय हुई है. वह अपनी बारात में घोड़ी पर चढ़कर जाना चाहता है, लेकिन गांव में आज तक कोई भी व्यक्ति घोड़ी पर चढ़कर बारात नहीं गया है, क्योंकि सवर्ण ऐसा करने नहीं देते.
जिसके चलते दूल्हे ने इलाहबाद हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी लेकिन कोर्ट ने इसमें हस्तक्षेप न करते हुए निस्तारित कर दिया. कोर्ट का कहना है कि यह यह मामला कानून व्यवस्था का मामला है.
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