नई दिल्ली. यूपी चुनाव का बिगुल फूंकते हुए ‘किसान यात्रा’ पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज अयोध्या पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में पूर्जा-अर्चना की और फिर मंदिर के महंत ज्ञानदास से मुलाकात भी की. आज राहुल गांधी की ‘किसान यात्रा’ का यह चौथा दिन है.
अभी यह साफ नहीं किया गया है कि राहुल अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर जाएंगे या नहीं. लेकिन, राजनीतिक हलकों में इस यात्रा को लेकर चर्चाएं गर्म हैं और यह यात्रा कई मायनों में खास भी है.
राहुल गांधी यूपी में कमजोर पड़ चुकी कांग्रेस को नया आधार देने के लिए 2500 किलोमीटर लंबी किसान यात्रा पर निकले हैं. इसके तहत जगह-जगह पर किसानों के साथ खाट पंचायत के जरिए सभा कर रहे हैं. अब तक वह देवरिया और गोरखपुर में खाट पंचायत कर चुके हैं.
क्यों खास है अयोध्या यात्रा
राहुल गांधी के अयोध्या जाने को खास माना जा रहा है. आयोध्या का हिंदुत्व राजनीति से बहुत पुराना नाता है. राम मंदिर निर्माण का मसला आज भी चुनावी मौसम में जब-तब उठता रहता है. यहां से बीजेपी राम मंदिर को मुद्दा बनाकर राजनीति में सफलता की सीढ़ियां चढ़ी थी. वहीं, कांग्रेस लगातार बीजेपी के हिंदुत्व चेहरे की आलोचना करती रही है.
राजनीतिक विशेषज्ञ राहुल गांधी के आयोध्या जाने और मंदिरों में जाने के राजनीतिक अर्थ निकाल रहे हैं. राहुल गांधी रुद्रपुर में दुग्धेश्वर नाथ मंदिर में भी पूजा करने जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस बार उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण वोटरों को लुभाने की कोशिश में है.
कांग्रेस हमेशा से राममंदिर के मुद्दे पर बीजेपी का विरोध करती रही है. इससे जहां कांग्रेस को मुस्लिम वोटरों का समर्थन मिला है वहीं, भाजपा का हिंदू वोटरों का आधार बड़ा है. अब मंदिरों के जरिए हिंदुत्व के प्रति नरमी दिखाने की कोशिश की जा रही है. शीला दीक्षित को यूपी में कांग्रेस का चेहरा बनाने को भी इस कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है.
26 साल पहले गए थे राजीव गांधी
वहीं, आज गांधी परिवार से कोई 26 साल बाद अयोध्या जा रहा है. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी वर्ष 1990 में अयोध्या गए थे. आयोध्या जाकर आज राहुल एक तरह से अपने पिता की एक अधूरी इच्छा भी पूरी करेंगे.
राजीव गांधी आयोध्या यात्रा के दौरान हुनमानगढ़ी मंदिर जाना जाते थे लेकिन काम की व्यस्तता के चलते ऐसा नहीं हो पाया था. आज राहुल हनुमानगढ़ी से अपनी यात्रा शुरू करेंगे.