नई दिल्ली. गैंगस्टर छोटा राजन ने दिल्ली की अदालत में कहा है कि उसे जाली पासपोर्ट भारतीय एजेंसियों ने ही दिया था. अगर वह कुछ नामों का खुलासा करता है, तो इससे देश को नुकसान होगा.
छोटा राजन ने खुद को देशभक्त बताते हुए यह भी कहा कि वह आतंकवाद और देश के दुश्मनों के खिलाफ लड़ता रहा है. उसने स्पेशल कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जाली पासपोर्ट मामले में बयान देते हुए ये बातें कहीं.
राजन ने कोर्ट में बताया, ‘मैं चरमपंथियों और भारत-विरोधी उन ताक़तों के खिलाफ लड़ता रहा हूं जो देश को नुक़सान पहुंचाने और लोगों की जान लेने पर उतारू हैं. मैं उन लोगों के नाम नहीं बता सकता जिन्होंने देशहित में मेरी मदद की है.’
इसके अलावा छोटा राजन ने बताया, ‘दाऊद इब्राहीम को ये पता चलने पर कि मैं भारतीय एजेंसियों की मदद कर रहा हूं, तो उसके लोगों ने मेरा असली पासपोर्ट छीन लिया. इसके बाद मुझे मोहन कुमार नाम का पासपोर्ट उपलब्ध कराया गया.
छोटा राजन फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है. उस पर भारत के अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने के आरोप हैं और कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली मे स्पेशल कोर्ट में उस पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने के मामले की सुनवाई चल रही है. राजन को 6 नवंबर, 2015 को भारत निर्वासित किया गया था.