उत्तर प्रदेश (यूपी) में इन दिनों 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है. शिक्षकों ने बताया कि परीक्षार्थियों ने पास होने के लिए अपनी आंसर शीट में रिश्वत रखने से लेकर अपनी मोहब्बत की दास्तान तक लिख डाली है. एक ओर कुछ शिक्षक छात्रों की इन हरकतों पर हंस रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ टीचर इसे गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं.
मुजफ्फरनगरः उत्तर प्रदेश में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं की आंसर शीट का मूल्यांकन किया जा रहा है. उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम यूपी बोर्ड द्वारा चिन्हित किए गए विद्यालयों में जोरों पर चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मूल्यांकन के लिए आई कुछ उत्तर पुस्तिकाओं में परीक्षार्थियों ने जो लिखा है उसे देखकर आप हसेंगे भी और यह भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र कितने गैर-जिम्मेदार हो चुके हैं. एक परीक्षार्थी ने उत्तर पुस्तिका को लव लेटर बनाकर उसमें अपनी मोहब्बत की दास्तान ही लिख दी.
परीक्षार्थी ने उत्तर पुस्तिका में अपनी कथित गर्लफ्रेंड का नाम लिखते हुए लिखा, ‘ये मोहब्बत भी क्या चीज है, न जीने देती है न मरने देती है. मेरे यारों रब से दुआ करो कि वो न मिले तो मैं मर ही जाऊं. आई लव मॉय पूजा.’ परीक्षार्थी आगे लिखता है, ‘सर इस लव स्टोरी ने पढ़ाई से दूर कर दिया. नहीं तो मैंने हाईस्कूल तक खूब पढ़ाई की. इसको लिखने के लिए सॉरी.’ कुछ परीक्षार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं में 100 रुपये के नोट चिपकाए हैं तो कुछ परीक्षार्थी शिक्षकों को इमोशनल ब्लैकमेल तक कर रहे हैं.
राजकीय इंटर कॉलेज के प्राचार्य रमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य बड़ी ही सुरक्षा व्यवस्था के बीच चल रहा है. सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है. जिला विद्यालय निरीक्षक मुनेश कुमार ने इस बारे में कहा कि उनके संज्ञान में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. कुछ परीक्षार्थियों की कॉपियों से नोट निकले हैं तो कुछ छात्रों ने अपनी-अपनी परेशानियों, प्रेम-संबंधों आदि का जिक्र कर मूल्यांकन कार्य को प्रभावित करने का काम किया है. हालांकि कॉपियां जांच रहे शिक्षक इस तरह की लिखी हुई बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
गौरतलब है कि यूपी में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम 17 मार्च से चल रहा है. अभी तक करीब 60 लाख कॉपियां जांची जा चुकी हैं. राज्य में 248 जांच केंद्र बनाए गए हैं. करीब 1 लाख 46 हजार शिक्षकों को 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों की साढ़े 5 करोड़ कॉपियां जांचने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बताया जा रहा है कि अप्रैल के तीसरे हफ्ते में 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.
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