साल 2017 में भी मां की अपील पर आतंक के रास्ते पर गए चार युवक वापस लौट आए थे। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में स्थिति काफी खराब हो गई थी. सेना को जिसके बाद पैलेट गन का भी इस्तेमाल करना पड़ा था, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हुए थे.
श्रीनगर. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि एक कश्मीरी आतंकवादी ने मां की अपील पर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया और घर लौट आया. जम्मू एवं कश्मीर पुलिस प्रमुख शेश पॉल वैद ने एक ट्वीट में यह घोषणा की, लेकिन आतंकवादी या उसके परिवार की पहचान नहीं बताई. न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने वैद के हवाले से कहा, “बेटे से आतंकवाद छोड़कर घर लौटने की एक और मां की अपील का असर हुआ है. भगवान परिवार पर कृपा बनाए रखे और अन्यों को रास्ता दिखाए.” कश्मीरी महिला, मयमूना मुश्ताक बुधवार को श्रीनगर के प्रेस एंक्लेव में अचानक पहुंची और आननफानन में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में अपने लापता बेटे से वापस आने की अपील की. महिला का बेटा फहद मुश्ताक वाजा (19) कुछ दिन पहले लापता हो गया था. मंगलवार को सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें सामने आईं, जिसमें उसके लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने की घोषणा की गई थी. हालांकि, अभी इस बात का पता नहीं चल सका है कि पुलिस प्रमुख का ट्वीट वाजा को लेकर ही है या नहीं.
गौरतलब है कि साल 2017 में हिंसा के रास्ते पर निकले चार और युवकों ने घर वापसी की थी. पिछले महीने ही जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी नेता विक्रम रंधावा के विधान-परिषद में पूछे गए सवाल के जवाब में बताया था कि हिंसा का रास्ता चुनने वाले चार युवक अपने घर को लौट आए हैं.
महबूबा मुफ्ती ने कहा था, ‘कोशिश की जा रही है कि आतंकवादी संगठन जॉइन करने वाले युवाओं के परिवारों को समझाया जाए कि वह अपने बच्चों को वापस बुला लें.’ सीएम दावा करती हैं कि उनकी सरकार युवाओं को आकर्षित करने वाले कार्यक्रमों जैसे- क्रिकेट टूर्नमेंट के जरिये उन्हें मुख्यधारा में वापस ला रही है.
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