भारत सरकार ने फेसबुक के डेटा लीक विवाद पर उसे नोटिस भेजकर आने वाले 7 अप्रैल तक जवाब मांगा है. सरकार ने नोटिस में कहा है कि इस पूरे मामले को लेकर फेसबुक हमें जानकारियां उपलब्ध कराए.
नई दिल्ली. हाल ही में खबर आई थी कि फेसबुक अपने यूजर्स का डेटा लीक कर उसका गलत उपयोग कर रहा है. इसको लेकर विश्व भर में काफी उथल पुथल भी मची और विवाद भी हुआ. अब इस मामले को लेकर भारत सरकार ने फेसबुक को एक नोटिस भी भेजा है. इस नोटिस में सरकार ने फेसबुक से लीक हुए डेटा के अलाव चुनावों को प्रभावित किए जाने की जानकारी देने को कहा है. सरकार ने ये जानकारियां मुहैया कराने के लिए फेसबुक को 7 अप्रैल तक का समय दिया है. बता दें कि हाल ही में लंदन की कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका से आई टी मंत्रालय ने भी डेटा लीक के इस मामले पर जवाब मांगा था.
भारत सरकार ने फेसबुक को जो खत भेजा है उसमें कहा गया है कि इस पूरे मामले को लेकर फेसबुक हमें जानकारियां उपलब्ध कराए. इसके साथ ही पूछा गया है कि क्या सचमुच एनालिटिका या किसी अन्य कंपनी ने भारतीय वोटरों का डेटा चुराया है? और अगर ऐसा किया गया है तो क्यों और कैसे ये भी बताया जाना चाहिए. इस चिट्ठी में पूछे गए एक अन्य सवाल में ये भी पूछा गया कि क्या फेसबुक या किसी भी कंपनी ने इससे पहले भी इस तरह से किसी का डेटा चोरी किया है और क्या चोरी किए गए डेटा का इस्तेमाल चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया गया है? इसके अलावा सरकार ने पूछा है कि आगे से इस तरह की घटनाएं न हों इसके लिए फेसबुक क्या फैसले ले रहा है.
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