नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने भाषण में बलूचिस्तान का जिक्र करने के बाद अब आॅल इंडिया रेडियो (एआईआर) पर बलूची भाषा में कार्यक्रम के प्रसारण का फैसला लिया गया है. कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
इसके अलावा एआईआर के कार्यक्रम अब पाकिस्तान के भी कई हिस्सों में सुने जा सकेंगे. इनमें बलूचिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी शामिल है. मोदी सरकार ने एआईआर ट्रांसमिशन की सिग्नल कैपेसिटी को बढ़ाने का निर्णय लिया था। इसके तहत 300 केवी का एक नया डिजिटल रेडियो मॉनिडायल (डीआरएम) ट्रांसमीटर जम्मू में लगाया गया है।
एआईआर से जुड़े ये निर्णय ऐसे समय में लिये गए हैं जब भारत सरकार पाकिस्तान अधिकृत कशमीर और बलूचिस्तान के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मसले को उठाया था.
बलूचिस्तान के अलगाववादी नेताओं ने इसका स्वागत किया और तब से जर्मनी और लंदन में बलूचिस्तान की आजादी को लेकर विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं. बलूच नेताओं ने एआईआर के बलूची भाषा में कार्यक्रम के फैसले का भी स्वागत किया है.