नई दिल्ली. सरहद पर अब तक 56… है जी हां हिन्दुस्तान के खिलाफ पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को कैसे नाकाम करते हैं हमारे बहादुर जवान आज हम आपको उसका एक एक सच बताने जा रहे हैं. आज हम आपको पाकिस्तान से सटे भारत के उस बॉर्डर की कहानी दिखा रहे हैं. जहां करीब 56 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी बीएसएफ के जवान दुश्मनों के लिए काल बनकर डटे हुए हैं.
पाकिस्तान बॉर्डर, बीएसएफ पेट्रोलिंग, ऊंट की सवारी के शॉट्स का मोंटाज जब रेगिस्तान की धरती धधकती है. तो पाकिस्तान का कलेजा कांप जाता है.आज हम आपको लेकर आए हैं. राजस्थान के बीकानेर में पाकिस्तान से सटे उस इंटरनेशनल बॉर्डर पर जहां हमारे जांबाज जवान अपनी जान हथेली पर लेकर दिन रात सरहद की रखवाली हैं.
ये सरहद का वो इलाका है जहां दुश्मन के खतरे से भी ज्यादा खतरनाक है. टेम्प्रेचर का टॉर्चर करीब 56 डिग्री तापमान में पानी तो क्या इंसान का खून भी भाप बन जाए पर बीएसएफ के बहादुर जवान इस चुनौती को भी हंसते हंसते झेल जाते हैं.
इस बॉर्डर पर देश के लाल सिर पर कफन बांधकर हर वक्त दुश्मन का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हिन्दुस्तान की बहादुर बेटियां भी वतन की रखवाली में मुस्तैद हैं. इस रेगिस्तान में दूर दूर तक इंसानी बस्ती का नामोनिशान नहीं फिर भी सरहद की सुरक्षा के लिए हमारे जवान आंधी हो या तूफान किसी भी हालात में हौसला नहीं हारते.
हजारों किलोमीटर लंबी इस सरहद पर दुश्मन की कोई भी हरकत नजर से बचने न पाए इसके लिए बीएसएफ के जवान रेगिस्तान में गगनचुंबी ऑब्जर्वेशन टॉवर पर चौबीसों घंटों तैनात रहते हैं. दिन हो या रात इन जवानों के लिए हर वक्त सरहद पर चौकस रहना बेहद जरूरी है.
जब पूरी दुनिया सोती है उस वक्त भी ये जवान बॉर्डर पर जागती आंखों के साथ अपना फर्ज निभाते हैं. रेगिस्तान में इन जवानों के साथ रहता है तो सिर्फ इनका हौसला और कुछ ऐसे बेजुबान जो हर वक्त इन्हीं की तरह पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभाते हैं.