बिहार की सियासत को लेकर आज का सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या लालू और नीतीश का गठबंधन होगा या फिर दोनों विधानसभा चुनाव में एक बार फिर एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते नजर आएंगे. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का कहना है कि जेडीयू-आरजेडी में गठबंधन होकर रहेगा, लेकिन सभी को बड़े त्याग के लिए तैयार रहना चाहिए. उधर उनके पुराने सहयोगी और मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का कहना है कि न तो जनता परिवार का विलय होगा और न ही जेडीयू-आरजेडी का गठबंधन.
पटना. बिहार की सियासत को लेकर आज का सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या लालू और नीतीश का गठबंधन होगा या फिर दोनों विधानसभा चुनाव में एक बार फिर एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते नजर आएंगे. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का कहना है कि जेडीयू-आरजेडी में गठबंधन होकर रहेगा, लेकिन सभी को बड़े त्याग के लिए तैयार रहना चाहिए. उधर उनके पुराने सहयोगी और मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का कहना है कि न तो जनता परिवार का विलय होगा और न ही जेडीयू-आरजेडी का गठबंधन.
हालांकि आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 10 दिन में सारी स्थिति साफ हो जाएगी, हम जेडीयू के साथ गठबंधन करने जा रहे हैं. दरअसल 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा के चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच अब तक बात नहीं बन पायी है. लालू यादव 140 सीटों पर अपना दावा कर रहे हैं, साथ ही नीतीश कुमार को साझा मुख्यमंत्री उम्मीदवार मानने को लेकर भी लालू यादव की हिचकिचाहट सबके सामने है. लालू यादव के ट्वीट से भी उनकी हिचकिचाहट को समझा जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सभी को बड़ी कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना चाहिए. वैसे बिहार की ये तस्वीर नीतीश कुमार की सोमवार को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से साफ होने की उम्मीद है.
IANS से भी इनपुट