सोशल मीडिया पर अक्सर इस तरह की घटनाएं घटती हैं जिनमें यूजर्स वायरल कंटेट, तस्वीर या वीडियो का सच बिना जाने ही उसे प्रमोट करने में लगते हैं. वायरल हो रहे इस मेसेज का आपके फेसबुक अकाउंट की सुरक्षा से कुछ भी लेना देना नहीं है. फेसबुक, बीएफएफ, वायरल कंटेट, मार्क जुकरबर्ग
नई दिल्ली. फेसबुक के द्वारा यूजर्स का डाटा लीक होने की खबरों के बाद फेसबुक में मानो भूचाल सा आ गया है. फेसबुक के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार फेसबुक के मालिक जुकरबर्ग पिछले 5 दिनों में 8 साल की गाढ़ी कमाई गंवा चुके हैं, ऐसा कहा जा रहा. इसके उलट एक और पोस्ट फेसबुक पर वायरल हो रही है. जिसके अनुसार अगर आप भी चेक करना चाहते हैं कि आपका फेसबुक अकाउंट सेफ है कि नहीं तो कमेंट बॉक्स में आपको #BFF लिखना होगा. ऐसा दावा किया जा रहा है कि अगर #BFF का रंग हरा हो जाता है तो आपका फेसबुक खाता और डाटा सुरक्षित हैं. हम आपको बता दें कि इस प्रकार की पोस्ट केवल अफवाह हैं. इन पोस्टों का सच्चाई से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है.
आपको बता दें कि इस सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में कोई सच्चाई नहीं है. #BFF के ग्रीन होने का आपके फेसबुक खाते के सुरक्षित होने से कोई लेना देना नहीं है. इस प्रकार की पोस्टों के माध्यम से आपको सिर्फ भ्रमित किया जा रहा है. साथियों ‘BFF’ का मतलब ‘बेस्ट फ्रेंड फॉरऐवर’ होता है. दरअसल #BFF का रंग केवल फेसबुक के एक फीचर के कारण बदल रहा है. जैसा आपने देखा होगा कि जब भी आप किसी पोस्ट के कमेंट में Best Wishes लिखते हैं तो वो बैंगनी रंग की दिखने लगता है. इसके अलावा जब आप XO लिखते हैं तो वो लाल रंग का दिखता है. XO का मतलब होता है Huges and Kisses या फिर आप बधाई या Congratulation लिखते हैं तो वो केसरिया रंग में बदल जाता है.
इस प्रकार की पोस्ट से आपको भ्रमित किया जाता है कि BFF टाइप करने के बाद अगर लेटर्स ग्रीन हो जाते हैं तो आपका फेसबुक अकाउंट सुरक्षित है और नहीं होते तो आपका अकाउंट खतरे में है और डाटा चोरी होने का डर है. जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है. इसके अलावा कैम्ब्रिज एनालिटिका मामले पर फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. डाटा लीक मामले में अमेरिका में कांग्रेस की एक समिति ने औपचारिक रूप से फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग को पूछताछ के लिए बुलाया है.