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रोड रेज मामला: नवजोत सिंह सिद्धू ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती, सुनवाई शुरू

navjot singh sidhu road rage case : पूर्व क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू के रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है. जिसमें 30 साल पुराने मामले फैसला आना है. ये मामला 27 दिसंबर 1988 का है. जिसमें कांग्रेस सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की गुरनाम सिंह नाम के व्यक्ति के साथ बहस हो गई थी जिसमें हाथपाई भी हुई.

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navjot singh sidhu road rage case
  • March 21, 2018 12:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. 30 साल पुराने एक रोड रेज के मामले में पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की याचिका पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में शुरू हो गई है. ये मामला 30 साल पुराना है जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू की कार पार्किंग को लेकर एक बुजुर्ग के साथ कहासुनी हो गई थी और बहस इतनी बढ़ गई थी बात हाथपाई तक पहुंच गई. इस घटना में बुजुर्ग गुरनाम का रिश्तेदार भी मौजूद थे जिसने आरोप लगाया था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें चोट पहुंचाई थी जिसके बाद जब गुरनाम को अस्पताल ले जाया गया तो उनकी मौत हो गई.

इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू ने शीर्ष अदालत में याचिका डाली है. जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से दलील दी गई कि पीड़ित की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी न कि चोट लगने से. इस घटना के बाद पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को गैर इरादतन हत्या के मामले में पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने सिद्धू को दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई थी. लेकिन सिद्धू ने हाई कोर्ट के इस फैसले को चुनौती देते हुए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. जिसके बाद कोर्ट ने उनके दोषी ठहराए जाने पर भी रोक लगा दी थी.

जानिए क्या था मामला
ये मामला 27 दिसंबर 1988 का है. जिसमें अभिनेता से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू की कहासुनी हुई थी. जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया था कि हाथपाई पर उतर आया था. इस घटना में मृतक गुरनाम के भांझे उनके साथ थे. जिन्होंने आरोप लगाया है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरनाम को घुटना मोड़कर मारा था जिसके बाद वो सड़क पर गिर गए. इस हादसे के बाद जब वो अपने मामा को अस्पताल ले गए तो उन्होंने तब तक दम तोड़ दिया था.

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