Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • मुंबई: पटरी से हटाए गए रेलवे में नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्र, खुली सेंट्रल लाइन

मुंबई: पटरी से हटाए गए रेलवे में नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्र, खुली सेंट्रल लाइन

Mumbai Rail Roko: रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों ने रेल की पटरियों पर कब्जा कर लिया था. ऐसे में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो रही थी. पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को पटरी से हटाया.

Advertisement
Mumbai Rail Roko: Matunga-Dadar train services affected due to student agitation over demanding jobs in Indian Railways
  • March 20, 2018 10:01 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

मुंबई. मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पटरियों पर से हटाकर ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है. बता दें कि रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों ने रेल की पटरियों पर कब्जा कर लिया था. ऐसे में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो रही थी और लोकल यात्रा करने वालों को परेशानी का सामना करना पर रहा था. नौकरी के लिए आंदोलन कर रहे ये छात्र सैकड़ो की संख्या में हैं. इस आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को पटरी से हटाया. दरअसल सीएसटी-माटुंगा की लाइन पर ऑफिस टाइम होने के कारण लोगों को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ रहा थी. वहीं इस आंदोलन के चलते न सिर्फ लोकल ट्रेन बल्कि लंबे रूट की ट्रेने भी लेट हो गई. गौरतलब है कि जब पुलिस ने इन छात्रों के आंदोलन को रोकने के लिए लाठी चार्ज किया तो तो छात्रों ने इसके जवाब में ट्रेनों पर पत्थर फेंके.

बताया जा रहा है कि आंदोलन के कारण सीएसटी और खोपोली के बीच ट्रेन संचालन पूरी तरह से ठप हो गया था और ट्रेनें सिर्फ कुर्ला तक ही जा रही थी. पटरी जाम के दौरानआंदोलन को लेकर रेलवे ने यात्रियों से वेस्टर्न लाइन या हार्बर लाइन का प्रयोग करने को कहा था. बताया जा रहा है कि ये अप्रेंटिस स्टूडेंट सालों तक काम कर चुके हैं लेकिन इन्हें अब नौकरी नहीं मिल पा रही है इसलिए इनकी मांग है कि इन्हें रेल में सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए. ये छात्र रेलवे में अप्रेंटिस की परीक्षा देने वाले हैं. इसी परीक्षा के लिए फॉर्म भरे जाने की आखिरी तारीख 31 मार्च तय की गई है. आंदोलन पर बैठे छात्र परीक्षा में 20 पर्सेंट अपर लिमिट को हटाने की मांग कर रहे हैं. इनकी मांग है कि इसमें सिर्फ उन्हीं छात्रों की भर्ती हो जो परीक्षा पास करें.

हड़ताल पर ओला- उबर के ड्राइवर, जानिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में कैसे करें ट्रैवल

फेसबुक पर लिखी सरकार विरोधी पोस्ट तो जम्मू- कश्मीर में सरकारी डॉक्टर को गंवानी पड़ी नौकरी

Tags

Advertisement