इस IPS के मुताबिक लड़की को 14 सेकेंड तक घूरने पर जा सकते हैं जेल

केरल के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ऋषि राज सिंह के इस बयान ने हंगामा मचा दिया है कि अगर कोई पुरुष किसी लड़की को लगातार गलत तरीके से 14 सैकेंड तक घूरता है तो उस पर उत्पीड़न का मामला दर्ज हो सकता है.

Advertisement
इस IPS के मुताबिक लड़की को 14 सेकेंड तक घूरने पर जा सकते हैं जेल

Admin

  • August 16, 2016 12:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

केरल. केरल के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ऋषि राज सिंह के इस बयान ने हंगामा मचा दिया है कि अगर कोई पुरुष किसी लड़की को लगातार गलत तरीके से 14 सैकेंड तक घूरता है तो उस पर उत्पीड़न का मामला दर्ज हो सकता है. जहां केरल के खेल मंत्री ईपी जयराजन ने उनके इस बयान को घृणास्पद बताया है, तो वहीं सोशल मीडिया पर भी इसका मजाक उड़ाया जा रहा है.

इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर

एक्साइज कमीश्नर सिंह ने यह बयान दो दिन पहले कोच्चि में एक चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय सशक्तता कार्यक्रम में दिया था. उन्होंने कहा, ‘कानून में प्रावधान है कि किसी लड़की को जानबूझकर 14 सैकेंड तक घूरने पर जेल हो सकती है. अगर ऐसा कोई मामला होता है, तो इसका इस्तेमाल करें.’ 

सिंह ने लड़कियों से यह भी पूछा कि क्या आप अपने बैग में चाकू और ​काली मिर्च रखती हैं? अगर नहीं तो ऐसा करने का समय आ गया है. मार्शल आर्ट आत्मरक्षा के लिए एक और कारगर तरीका है. लड़कियां अगर किसी पुरुष द्वारा उत्पीड़ित होती हैं, तो उन्हें तुरंत पुलिस को इस बारे में सूचित करना चाहिए.

केरल के खेल मंत्री ईपी जयराजन ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि अगर कोई नौकरशाह ऐसे बयान देता है जो कानून में नहीं है, तो वह एक्साइज मिनिस्टर इस बयान की जांच करने की मांग करेंगे.

इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी चुटकियां ली जा रही हैं. एक पोस्ट में कहा गया कि कैसा हो अगर कोई लड़का किसी लड़की को शादी के लिए देखने उसके घर गया हो और लड़की को 14 सैकेंड तक देखने के आरोप में उसे जेल हो जाए. किसी ने पूछा कि अगर कोई 14 सैकेंड तक देखने के दौरान पलकें झपका दे तो क्या होगा? अगर कोई पुरुष चश्मा पहन कर देखे, तो उसका क्या होगा?

इससे पहले भी ऋषि राज सिंह विवाद में रह चुके हैं. पिछले साल यूडीएफ सरकार ने केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला की उपस्थिति में एक कार्यक्रम के दौरान तथाकथित तौर पर प्रोटोकॉल तोड़ने के खिलाफ उन पर कार्रवाई शुरू की थी. सिंह ने त्रिश्शूर में पासिंग परेड में आए मंत्री को खड़े होकर सलामी नहीं दी थी. सिंह तब सशस्त्र बल में एडीजीपी थे. 

 

 

 

 

Tags

Advertisement