एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह चुने जाने के बाद भैयाजी जोशी ने मीडिया से बात करते हुए राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना तय है लेकिन उसके लिए कानूनी तरीके जो प्रक्रिया चल रही है वह सही है और उसका पालन करते हुए ही हमें आगे बढ़ना होगा. भैयाजी ने कहा कि न्यायालय के निर्णय के बाद ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भैयाजी जोशी को चौथे कार्यकाल के लिए संगठन का राष्ट्रीय महासचिव (सरकार्यवाह) चुन लिया है. भैयाजी जोशी साल 2009 से लगातार संघ के सरकार्यवाह चुने जा रहे हैं. सरकार्यवाह चुने जाने के बाद भैयाजी ने मीडिया से बात करते हुए राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना तय है लेकिन उसके लिए कानूनी तरीके जो प्रक्रिया चल रही है वह सही है और उसका पालन करते हुए ही आगे बढ़ा जाएगा.
तीन साल के लिए एक बार फिर सरकार्यवाह घोषित किए जाने के बाद भैयाजी जोशी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा, ‘राम मंदिर बनना तय है, वहां दूसरा कुछ नहीं बन सकता लेकिन प्रक्रिया से जाना पड़ेगा. न्यायालय के निर्णय के बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा. राम मंदिर पर आम सहमति बनाना आसान नहीं. जो प्रयास हो रहा है उसका हम स्वाागत करते हैं.’ बता दें कि इससे पहले संघ के बड़े कार्यकर्ता और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात कह चुके हैं. अदालत का फैसला आए बगैर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तो यहां तक कह दिया था कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राम मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा. AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने स्वामी के इस बयान का कड़ा विरोध किया था.
Ram Mandir banana tay hai, wahan dusra kuch nahi ban sakta lekin prakriya se jana padega. Nayaylay ke nirnay ke baad mandir nirmaan ka karya shuru hoga. Ram Mandir par aam sehmati banana aasan nahi jo prayas ho raha hai uska hum swagat karte hain: Bhaiyyaji Joshi,General Secy,RSS pic.twitter.com/6FnSvYT3ha
— ANI (@ANI) March 11, 2018
गौरतलब है कि सरकार्यवाह आरएसएस प्रमुख यानी सरसंघचालक के बाद संगठन में सबसे अहम पद है. आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (संघ से जुड़े अहम फैसले लेने वाली सभा) हर तीन साल में आयोजित होती है. इसी सभा में राष्ट्रीय महासचिव का चुनाव होता है. सूत्रों की मानें तो इस बार संघ के कुछ नेता चाहते थे कि सहसरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबोले को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए लेकिन संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी चाहते थे कि भैयाजी जोशी को एक और कार्यकाल दिया जाना चाहिए. जिसके बाद सर्वसम्मति से भैयाजी जोशी को एक बार फिर सरकार्यवाह चुना गया. इस दौरान भैयाजी जोशी ने भावुक भाषण देते हुए कहा कि वह दो बार से कह रहे हैं कि उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए युवाओं को आगे आने का मौका दिया जाए. हालांकि सर्वसम्मति के बाद ही एक बार फिर भैयाजी जोशी को चुना गया.
जानिए कौन हैं चौथी बार RSS सरकार्यवाह चुने गए सुरेश भैया जी जोशी?