चौथी बार आरएसएस के सर संघकार्यवाह चुने गए सुरेश भैयाजी जोशी, 3 साल के लिए बढ़ाया गया कार्यकाल

भैया जी जोशी का कार्यकाल 3 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है.वह 2009 से इस पद पर हैं और 2021 तक बने रहेंगे.इस पद के लिए दत्तात्रेय होसबले का नाम भी चल रहा था.

Advertisement
चौथी बार आरएसएस के सर संघकार्यवाह चुने गए सुरेश भैयाजी जोशी, 3 साल के लिए बढ़ाया गया कार्यकाल

Aanchal Pandey

  • March 10, 2018 4:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नागपुर. सुरेश भैयाजी जोशी को चौथी बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक का सर कार्यवाह (जनरल सेक्रेटरी) चुन लिया गया है. नागपुर में हुई आरएसएस की बैठक में यह फैसला लिया गया. उनका कार्यकाल तीन वर्ष के लिए और बढ़ा दिया गया है. वे साल 2009 से इस पद पर हैं.आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की इस बैठक के लिए पूरे देश से करीब 3000 प्रचारकों को नागपुर बुलाया गया था.पहले अटकलें थीं कि आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. लेकिन चयन के बाद भैयाजी जोशी मार्च 2021 तक इस पद पर रहेंगे.

संघ में यह होती है सरकार्यवाह की भूमिका: आरएसएस में शीर्ष पद सरसंघचालक का होता है, जो फिलहाल मोहन भागवत हैं. उनकी भूमिका सलाहकार की है.एेसे में संघ को चलाने का काम सरकार्यवाह का होता है.संघ में एक ही सरकार्यवाह होता है, जिसे आम भाषा में जनरल सेक्रेटरी भी कहा जाता है. सरकार्यवाह संघ का सबसे बड़ा कार्यकारी अधिकारी होता है.

एेसे होता है चुनाव: मौजूदा सरकार्यवाह मंच पर नए सरकार्यवाह के चुनाव प्रक्रिया को शुरू करने का आग्रह कर नीचे उतर जाते हैं. फिर सबसे वरिष्ठ सह सरकार्यवाह के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी की घोषणा की जाती है. ऐसा करने के बाद चुनाव अधिकारी प्रक्रिया को शुरू करते हुए नए सरकार्यवाह के लिए नाम मांगता है. इस प्रक्रिया में केंद्रीय प्रतिनिधियों के इस चुनाव में केंद्रीय प्रतिनिधि खुद ही वोटर होते हैं, जी हां कोई भी प्रचारक वोटर नहीं होता.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में चौतरफा बढ़ोत्तरी, संघ ने जारी किए सालाना आंकड़े

भारत के 95 प्रतिशत भाग में फैला है संघ का कार्यक्षेत्र- RSS का दावा

Tags

Advertisement