करण और पृथ्वी पर क्रिकेट मैच खेलने की शर्त लगती है घर के सभी करण की टीम से खेलना चाहता है पर्ची डालकर टीम का सिलेक्शन होता है लेकिन पृथ्वी प्रीता को पर्ची उठाने ही नही देता है. पृथ्वी की टीम के लिये प्रीता चियर करती है जिससे करण को गुस्सा आ जाता है.
नई दिल्ली : लूथरा फैमली पिकनिक के लिये फार्म हाउस में जाती है जहां पृथ्वी और करण के बीच शर्त लगती है एक क्रिकेट मैच की जो भी मैच हारेगा वो जीती हुई टीम की सेवा करेगा. हर कोई करण की टीम में खेलना चाहता है जिसके बाद पर्ची से ये तय किया जाता है कि कौन किसकी टीम में रहेगा. प्रीता को पृथ्वी पर्ची उठाने से पहले ही मना कर देता है कि वो सिर्फ उसी की टीम में खेलेगी.
पृथ्वी को शर्लिन कहती है कि उसे तो क्रिकेट खेलना नह आता है फिर वो कैसे जीतेगा. लेकिन बदमाश पृथ्वी कहता है कि वो उसका लक्की बैट तोड़ देगा जिसके बाद उसी की टीम की जीत तय है. जिसे सुन कर शर्लिन खुश हो जाती है.
अब लग रहा है दिन भी पृथ्वी का ही है तभी तो टौस भी पृथ्वी ही जीतता है. करन के पापा समीर को बहलाने की कोशीश करते हैं क्योंकि वो पृथ्वी की टीम में है लेकिन करण वहां आ जाता है और उन्हे स्पोर्टस्मैनशिप दिखाने की सलाह देता है.
प्रीता पृथ्वी की जीत को चेयर करती है लेकिन करण उसके पास आता है और कहता है कि वो पृथ्वी की जीत पर इतनी खुश क्यो हो रही है प्रीता कहती है कि वो पृथ्वी की टीम में है लेकिन करण कहता है की वो अपने दिल की सुने क्योंकि दिल से तो वो करण के साथ ही है जिसे सुन प्रीता शर्मा जाती है.