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Video: ईंट के पैसे नहीं थे तो साफ सफाई के लिए बोतलों से बना डाला शौचालय

पूर्वी बर्धमान जिले के आकाश भौमिक ने ईंट खरीदने के पैसे न होने के कारण प्लास्टिक की बोतलों से टॉयलेट तैयार कर दिया. उन्होंने इन पारदर्शी बोतलों में रेत भरकर इन्हें सीमेंट से जोड़ दिया है.

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शौचालय
  • March 7, 2018 7:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

कोलकाता. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को तारीफ के साथ- साथ आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है वहीं इस मिशन से प्ररित होकर पश्चिम बंगाल के एक युवक ने अनोखा कारनामा कर दिखाया है. दरअसल पूर्वी बर्धमान जिले के आकाश भौमिक ने ईंट खरीदने के पैसे न होने की स्थिति में प्लास्टिक की बोतलों से टॉयलेट तैयार कर दिया. आकाश ने इन पारदर्शी बोतलों में रेत भरकर इन्हें सीमेंट से जोड़ दिया है. कोलकाता से 120 किलोमीटर दूर बर्धमान के पूर्वस्थली क्षेत्र में आकाश की बनाया गया ये टॉयलेट टूरिस्टों का अड्डा बन गया है. आकाश का कहना है कि एक ईंट 10 रुपये में मिलती है जो कि उनके लिए काफी महंगा था. ऐसे में उन्होंने बेकार बोतलों की मदद से टॉयलेट तैयार किया.

संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने राज्यसभा को बताया था कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत 561.75 टॉयलेट तैयार किए गए हैं. पेयजल और सफाई राज्यमंत्री रमेश चंदप्पा जिगाजिनागी ने कहा कि  MGNREGA के तहत 29.08 लाख टॉयलेट बनाए गए और सात राज्यों/ केंद्र शासित राज्यों को खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है.

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वहीं पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने अगस्त 2019 तक राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा सरकार तैयार किए गए टॉयलेटों की साफ सफाई का भी ध्यान भी रख रही है. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि ऐसा न करने से खुले में शौच की समस्या वापस लौट सकती है. राज्य सरकार के इस काम में यूनिसेफ और कुछ एनजीओ मदद कर रहे हैं.

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