लखनऊ. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा के लिए बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक में विभिन्न विभागों के प्रमुख द्वारा अपने जूनियर अफसरों को प्रतिनिधि बनाकर भेजने से भड़के चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंघल ने वैसे तमाम जूनियर अफसरों को बैठक से ही बाहर निकाल दिया.
मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने मंगलवार को कई महत्वपूर्ण योजनाओं के काम-काज की प्रगति देखने के लिए विभागीय सचिवों, निदेशकों और आयुक्तों की बैठक बुलाई थी.
इस बैठक में कई विभागों के सचिव, निदेशक या आयुक्त ने खुद आने के बदले अपने-अपने विभाग के जूनियर अफसरों को प्रतिनिधि के तौर पर भेज दिया जिससे मुख्य सचिव भड़क गए.
विभागीय प्रमुखों द्वारा मीटिंग को हल्के में लेने से भड़के चीफ सेक्रेटरी सिंघल ने वैसे तमाम जूनियर अफसरों को मीटिंग से बाहर निकाल दिया जो अपने-अपने विभाग के प्रमुख का प्रतिनिधि बनकर वहां पहुंचे थे.