बुलंदशहर. बुलंदशहर गैंगरेप पीड़ित परिवार ने कहा है कि इंसानी भेड़ियों का शिकार बनने के बाद उनके पास घर-बार छोड़ने के सिवा कोई और चारा नही है क्योंकि उनके इलाके के लोग उनके बारे में जान गए हैं और ऐसे में वहां रहना उनके परिवार और पीड़ित महिलाओं के लिए मुश्किल भरा होगा.
पीड़ित महिला और बेटी के परिवार के मुखिया ने कहा कि घटना के बाद उनका परिवार एक दोस्त के घर रह रहा था लेकिन वहां के लोगों को भी उनके साथ हुई घटना के बारे में पता चल गया है जिसके बाद मित्र की पत्नी ने उनलोगों को घर से चले जाने को कहा है.
पीड़ित महिला के पति व लड़की के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी अपना स्कूल नहीं छोड़ना चाहती लेकिन उन्हें नहीं लगता कि अब वो अपने घर में उसी मान-सम्मान के साथ रह सकेंगे. पीड़ित परिवार उस घर में 18 साल से रहा रहा था जिसे छोड़ने का मन वो बना चुका है.