वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी नवीन कुमार उर्फ होट्टे मंजा ने बड़ा खुलासा किया है. नवीन ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल किए गए कारतूस उत्तर प्रदेश (यूपी) से मंगाए थे. प्रत्येक कारतूस के लिए उसने एक हजार रुपये चुकाए थे. दक्षिणपंथी कार्यकर्ता नवीन कर्नाटक के मंड्या जिले के मद्दुर का रहने वाला है. नवीन ने एसआईटी को बताया कि उन्होंने गौरी लंकेश के घर की रेकी की थी. नवीन को 18 फरवरी को बेंगलुरु स्थित एक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था. नवीन को जिस समय गिरफ्तार किया गया उसके पास से 15 जिंदा कारतूस बरामद किए गए. SIT नवीन से पूछताछ कर रही है.
बेंगलुरुः वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी नवीन कुमार उर्फ होट्टे मंजा ने बड़ा खुलासा किया है. शूटर ने जांच अधिकारियों को बताया कि हत्या में इस्तेमाल किए गए कारतूस उत्तर प्रदेश (यूपी) से मंगाए थे. प्रत्येक कारतूस के लिए उसने एक हजार रुपये चुकाए थे. दक्षिणपंथी कार्यकर्ता नवीन कर्नाटक के मंड्या जिले के मद्दुर का रहने वाला है. नवीन ने SIT को बताया कि वारदात से पहले उन्होंने गौरी लंकेश के घर की रेकी की थी. सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे संदिग्ध नवीन को 18 फरवरी को बेंगलुरु स्थित एक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था. नवीन को जिस समय गिरफ्तार किया गया उसके पास से 15 जिंदा कारतूस बरामद किए गए. SIT नवीन से पूछताछ कर साजिश में शामिल अन्य हमलावरों के बारे में पता लगा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गौरी लंकेश की हत्या के बाद नवीन मैसूर के रहने वाले एक और शख्स के मर्डर की साजिश रच रहा था. नवीन ने जांच टीम को बताया कि वह वारदात को अंजाम देने के बाद अपने रिश्तेदार के फार्महाउस में छुपा हुआ था. SIT अधिकारी फार्महाउस और उससे जुड़े लोगों के बारे में पता लगा रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल 5 सितंबर को वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. SIT इस केस की जांच कर रही है. SIT को जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वारदात को अंजाम देने से पहले हमलावरों ने गौरी के घर की रेकी थी. हमलावर बाइक पर आए थे और उन्होंने गौरी के घर के तीन चक्कर लगाए थे. सूत्रों की मानें तो नवीन कुमार सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है. SIT इस बात की तस्दीक कर रही है. वारदात वाले दिन संदिग्धों को गौरी के घर के पास तीन बार देखा गया. शाम को जब एक संदिग्ध गौरी के घर पहुंचा तो उसके पास एक काला बैग था. हमलावरों ने गौरी पर चार गोलियां दागीं, जिनमें से तीन गोलियां सीधे उनके शरीर पर लगीं.
गौरी लंकेश कन्नड़ टेबलॉयड ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक थीं. गौरी लंकेश सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती थीं. नवंबर, 2016 में उन्होंने बीजेपी नेताओं के खिलाफ एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके कारण उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया गया था. इस मामले में उन्हें 6 महीने के लिए जेल भी जाना पड़ा था. गौरी ने कर्नाटक के पुलिस प्रमुख से अपनी जान को खतरा बताया था. SIT अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि नवीन पूछताछ में कई और चौंकाने वाले खुलासे कर सकता है.
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