स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) पेपर लीक मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों ने रविवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी संग गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. राजनाथ सिंह ने छात्रों की मांगों को गंभीरता से सुना और उन्हें जल्द निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया. अन्ना हजारे ने भी रविवार को छात्रों से मुलाकात की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कथित एसएससी घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. एसएससी स्कैम के खिलाफ 27 फरवरी से छात्र दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं.
नई दिल्लीः स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) पेपर लीक मामले में नेताओं की सक्रियता से ऐसा जान पड़ता है कि जल्द यह मामला अब सुलझ सकता है. दरअसल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने रविवार को प्रदर्शन कर रहे छात्रों संग गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मनोज तिवारी ने बताया कि राजनाथ सिंह ने छात्रों की मांगों को गंभीरता से सुना और उन्हें जल्द त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
मनोज तिवारी ने शनिवार को लोधी रोड स्थित SSC मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की थी. उन्होंने छात्रों की मांगों का समर्थन करते हुए पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की. दूसरी ओर रविवार को ही अन्ना हजारे ने भी प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की. अन्ना हजारे ने कहा कि वह इस पूरे मामले में इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे छात्रों के साथ खड़े हैं. उन्हें उम्मीद है कि छात्रों की मांगों के आगे सरकार को झुकना ही होगा. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी छात्रों की मांगों का समर्थन करते हुए इस केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर चुके हैं.
#SSC alleged paper leak matter: BJP State President Manoj Tiwari, along with protesting SSC aspirants, met HM Rajnath Singh. After the meeting Tiwari said, 'HM heard the students & assured action.' #Delhi pic.twitter.com/KPuiqcLXDS
— ANI (@ANI) March 4, 2018
गौरतलब है कि एसएससी द्वारा 17 से 21 फरवरी तक परीक्षाएं करवाई गई थीं. 21 फरवरी को आयोजित की गई गणित की ऑनलाइन परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद बवाल खड़ा हो गया. एसएससी ने पेपर लीक की खबरों को अफवाह करार दिया. एसएससी के बयान के बाद छात्रों को भी भरोसा हो गया कि यह अफवाह ही है. जिसके बाद एसएससी ने गणित की परीक्षा को रद्द कर दिया और 9 मार्च को फिर से इस परीक्षा के आयोजन की बात कही. फिर क्या था, छात्रों का शक यकीन में बदल गया और 27 फरवरी से देशभर के छात्र दिल्ली स्थित एसएससी दफ्तर के बाहर जुटने लगे.
छात्रों का प्रदर्शन तेज होता चला गया. यहां तक कि होली के त्योहार के दिन भी छात्र इंसाफ की मांग पर वहीं अड़े रहे. बढ़ते विरोध को देखते हुए एसएससी के चेयरमैन आशिम खुराना छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलने पहुंचे. छात्रों ने कथित तौर पर एसएससी घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की. खुराना ने छात्रों से कहा कि सीबीआई जांच में लंबा वक्त लगेगा. वह एक आंतरिक SIT गठित कर देते हैं जो केस की निष्पक्ष जांच करेगी लेकिन छात्र इसके लिए नहीं माने. बहरहाल गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद छात्रों को इंसाफ की एक किरण जरूर नजर आई है.