कहावत है कि उम्र महज एक संख्या होती है. लेकिन 99 साल के तैराक जार्ज कोरोनेस ने इस कहावत को सच साबित कर के दिखाया है. उन्होंने अपने उम्र वर्ग में 50 मीटर की फ्रीस्टाइल तैराकी स्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड कायम किया है. दिलचस्प बात ये है कि कोरोनेस ने द्वितिय विश्वयुद्ध के समय ही तैराकी छोड़ दी थी, जिसे उन्होंने फिर से 80 साल के उम्र के बाद करना शुरू किया.
गोल्डकोस्ट (ऑस्ट्रेलिया): लोग कहते हैं कि उम्र महज एक संख्या होती है. लेकिन इस बूढ़े तैराक ने इस कहावत को सही साबित कर दिया है. अगले महीने सौ साल के हो रहे ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड निवासी जॉर्ज कोरोनेस ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे आप अपने सामान्य उम्र में भी करने की जहमत नहीं उठा सकते. दरअसल कोरेनस ने 100-104 साल के एज ग्रुप में 50 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी स्पर्धा में एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 56.12 सेकेंड का समय लेते हुए नया रिकॉर्ड बनाया और ब्रिटेन के जॉन हैरिसन का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने साल 2014 में 1:13.19 मिनट के समय के साथ रिकॉर्ड बनाया था.
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जॉर्ज ने स्पर्धा खत्म होने के बाद कहा कि यह काफी अच्छा अनुभव था. उन्होंने कहा कि तैराकी का समय ही एक समय होता है जब आप गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ नहीं लड़ रहे होते हैं. क्योंकि जब आप पानी में होते हैं तो आप एक प्रति (एंटी) गुरुत्वाकर्षण वातावरण में होते हैं और यह खूबसूरत एहसास होता है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने इस स्पर्धा को पूरा इंज्वाय किया और मैं फिनिश लाइन को हिट करने के लिए काफी उत्सुक था.
बहुत रोचक है इनकी कहानीः
आपको बता दें कि पेशे से पूर्व डॉक्टर कोई प्रोफेशनल तैराक नहीं हैं. उन्होंने अपने जवानी के दिनों लगभग द्वितिय विश्व युद्ध के समय ही तैराकी की थी. फिर डॉक्टरी के पेशे में आने के बाद उन्होंने इसे एकदम से ही छोड़ दिया. फिर जब उन्होंने डॉक्टरी से रिटायरमेंट लिया तो इसके बाद 80 साल की उम्र में उन्होंने फिर से तैराकी शुरू की. यहां भी उनका मकसद सिर्फ मानसिक और शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहना था. लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इसको प्रोफेशनल रूप से लेना शुरू किया और आज उनके नाम यह विश्व रिकॉर्ड है. उन्होंने अपनी लंबी उम्र का राज भी तैराकी को दिया.
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