प्रीता और करन के प्यार भरे नोकझोक के बीच घर में एंट्री होती है गुंडों की लेकिन ये वो गुंडे नही है जिन्हे पृथ्वी ने किराए पर बुलाया था बल्कि सच के गुंडो ने लूथरा हाउस में एंट्री मार ली है तो क्या पृथ्वी बन पाएगा प्रीता के सामने हीरो.
नई दिल्ली : करन प्रीता से कहता है वो किसी के सामने ये कहे बस की वो यानि की करन उसका यानि की प्रीता का असली हीरो है. तब जाकर वो पृथ्वी का कहीं मजाक नही उड़ाएगा भोली भाली प्रीता करन की बात मान जाती है और पार्टी में ही एक वेटर को कहती है कि करन ही उसका हीरो है. लेकिन करन तो करन है वो फिर पृथ्वी का मजाक बनाना शुरू कर देता है.
इस प्यार भरी नोकझोक के बीच घर में घुस आते हैं सच्ची के गुंडे अब सच्ची के इसलिये बोल रहें हैं क्योंकि भाड़े के जो गुंडे पृथ्वी ने बुलाए थे उनसे पहले सच में घर में पड़ जाती है डकैती. गुंडे सबसे पहले टारगेट बनाते हैं करन की मां को लेकिन इन सब से अंजान करन और उसका भाई तो आराम से कमरे में बैठकर प्रीता के तारिफो के पुल बांधते हैं.
करन और ऋषभ जैसे ही कमरे से बाहर आते हैं अपनी मां पर गुंडों की बंदूक देखखर भड़क जाते हैं. लेकिन करन के पिता उन दोनो को समझाते हैं कि गुंडो के हाथ में हथियार है तो वे चुपचाप गुंडो को चोरी करके जाने का मौका दे दे.
पृथ्वी परेशान है कि आखिर जो बात उसने किराए के गुंडो को समझायी थी वो वैसा क्यों नही कर रहें हैं लेकिन क्या ये गुंडे कोई बड़ी परेशानी का कारण बनेंगे ?