सऊदी अरब की महिलाओं के लिए खुशखबरी है कि वो भी अब दूसरे देश की महिलाओं की तरह सेना में भर्ती हो सकती हैं. शाही परिवार ने महिलाओं को इजाजत देते हुए कहा कि ये उनकी स्वैच्छिकता पर निर्भर करता है कि वो फौज में शामिल होना चाहती हैं या नहीं.
रियाद. महिलाओं पर सबसे ज्यादा पाबंदियां लगाने के लिए मशहूर देश सऊदी अरब में बदलावों की किरण बिखरने लगी है. सऊदी अरब की महिलाओं की लिए खुशखबरी है कि अब वो सेना में शामिल हो सकती है. सऊदी अरब के शाही शासन ने पहली बार वहां की महिलाओं को फौज में शामिल होने की इजाजत दी है जिससे महिलाओं को राहत मिली है. बता दें हाल ही में देश ने महिलाओं को ड्राइविंग करने की अनुमति भी दी थी.
सऊदी अरब के शाही परिवार ने सुधारत्माक फैसला लेते हुए ये बड़ा कदम उठाया है. साथ ही देश ने कहा है कि महिलाओं के लिए सेना में नौकरी करना स्वैच्छिक होगा. जिसका मतलब हुआ कि महिलाएं पूरी तरह आजाद होगी अपनी मर्जी से सेना में जाने के लिए. उन पर किसी भी तरह का दवाब नहीं होगा. हालांकि फौज में शामिल होने के लिए शिक्षा, नागरिकता और उम्र जैसे बेसिक रिक्वारमेंट पूरी करनी होगी. शाही परिवार ने अपने 2030 के सोशल विजन प्रोग्राम के तहत महिलाओं को ये खुशखबरी दी है.
ईरान की न्यूज एजेंसी प्रेस टीवी के मुताबिक कि सऊदी अरब के जनरल सिक्यूरिटी डिविजन ने एक बयान जारी करके यह कहा है कि अब महिलाएं भी सेना में भर्ती के लिए एप्लाई कर सकती हैं. इसके लिए महिलाओं को रियाद, मक्का, मदीना, कासिम, असीर, अल-बहा और शरकियाह में नियुक्ति दी जाएगी. इन गाइलाइंस के मुताबिक महिलाओं की सेना में नियुक्ति के लिए उनका 25 से 35 साल के होने के साथ साथ सऊदी का मूल निवासी होना आवश्यक है.
7 लोगों ने 14 बार किया गैंगरेप, कोर्ट ने पीड़िता को दे दी 200 कोड़ों और 6 महीने कैद की सजा
इन दस देशों में रहनी वाले लोगों पर नहीं लगता एक रूपये का भी इनकम टैक्स