तारा और आरोही एक ही छत की नीचे, चवन्नी के चंगुल से तारा निकल तो जाती है लेकिन बदले की आग में जल रही आरोही से जीत नही पाती है. आरोही एक ऐसी चाल चलती है जिससे उसका झूठ सामने आ सकता है लेकिन क्या दीप मना पाएगा घर वालों को तारा के एक सच से जिससे खुल सकता है आरोही का झूठ
नई दिल्ली: चवन्नी के चंगुल से निकलकर तारा सीधे घर पहुंच जाती है और आरोही को अपने कमरे में देखखर वो उसपर आगबबुला हो जाती है. तारा आरोही पर चाकू से वार करती है और कहती है कि वो उसे जिंदा नही छोड़ेगी क्योंकि आरोही ने तारा से उसका सब कुछ छीन लिया है. ये सुनकर आरोही तारा पर हंसती है और कहती है कि तारा के कारण उसे अपने पूरे परिवार से दूर जाना पड़ा. आरोही तारा को मारती है और उसे अलमारी में बंद कर देती है कि वहीं दीप आ जाता है दीप को कमरे से बाहर निकालने के लिये आरोही प्रेगनेंट होने का झूठा नाटक करती है. जिसे सुन घरवाले खुश हो जाते हैं लेकिन दीप को खुशी नही होती है. वहीं विराज को भी जब पता चलता है कि वो मामा बनने वाला है तो उसे इस बात का डर सताने लगता है कि कहीं इस बच्चे के आ जाने के बाद रोमा अपनी सारी प्रापर्टी उसके नाम ना कर दे.
आरोही बहाना बनाकर फिर कमरे में आ जाती है जहां उसने अलमारी में तारा को छुपाया था. तारा वहां से भागने की कोशीश करती है लेकिन आरोही उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर एक बड़े सूटकेस में डालकर घर से निकलती है लेकिन रोमा और दीप उसे रोकते हैं वो कहती है कि दीप को उसके मां बनने की खुशी नही है इसलिये वो घर छोड़ कर जाना चाहती है.
दीप आरोही जिसे सब तारा समझ रहे हैं घर छोड़कर जाने से रोकता है लेकिन वो नही रूकती है दीप तब उसका सूटकेस लेकर उसे रोकता है लेकिन सूटकेस काफी भारी होता है ऐसे में दीप को शक होता है कि आखिर तारा ने सूटकेस में क्या रखा है जिससे सूटकेस इतना भारी है. दीप बार बार घरवालों को कह रहा है कि उसे शक है कि तारा प्रेगनेंट है या नही उसके लिये डॉक्टर से कन्सर्ट करना चाहिये.