मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर बेगमपुर में आयोजित भाजपा की सभा में मंगलवार की शाम उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब मंच पर ही केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बाल्यान की मौजूदगी में रिठाला के पूर्व विधायक कुलवंत राणा व सांसद डॉ उदित राज आपस में उलझ गए. इस कारण केंद्रीय राज्य मंत्री ने भी अपने आपको कुछ देर के लिए असहज महसूस किया. हालांकि उन्होंने बीच बचाव का पूरा प्रयास किया, लेकिन कोई उनकी बात को मानने के लिए तैयार नहीं था.
नई दिल्ली. मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर बेगमपुर में आयोजित भाजपा की सभा में मंगलवार की शाम उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब मंच पर ही केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बाल्यान की मौजूदगी में रिठाला के पूर्व विधायक कुलवंत राणा व सांसद डॉ उदित राज आपस में उलझ गए. इस कारण केंद्रीय राज्य मंत्री ने भी अपने आपको कुछ देर के लिए असहज महसूस किया. हालांकि उन्होंने बीच बचाव का पूरा प्रयास किया, लेकिन कोई उनकी बात को मानने के लिए तैयार नहीं था.
यह पूरा वाकया उस वक्त हुआ, जब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश उपाध्याय भाषण दे रहे थे. उस समय मंच पर सांसद उदित राज व पूर्व विधायक कुलवंत राणा बैठे थे. उपाध्याय अपने पूरे जोश के साथ बोल जा रहे थे, लेकिन तभी पीछे से शोरगुल की आवाज सुनाई देने लगी. लोगों ने देखा कि कुलवंत राणा गुस्से में थे व उनके व उदित राज के बीच तीखी नोंक झोंक चल रही थी. दोनों जोर जोर से चिल्ला रहे थे और एक दूसरे को गाली गलौज करते हुए एक दूसरे को देख लेने की बात कह रहे थे. स्थिति ऐसी थी कि मौके की नजाकत को भांपते हुए केंद्रीय मंत्री ने बीच बचाव नहीं किया होता तो दोनों एक दूसरे के साथ मारपीट करने पर उतर आते. यह पूरा घटनाक्रम करीब 15 से 20 मिनट तक चला. इस कारण सभा में व्यवधान पैदा हो गया और सभा को आननफानन में जल्द ही समाप्त कर दिया गया.
IANS