नई दिल्ली. बीएसपी सुप्रीमो मायावती की तुलना वेश्या से करने वाले बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह को पार्टी ने 6 साल के लिए निकाल दिया है. दिन में पार्टी ने दयाशंकर सिंह को प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था. इस मसले पर लखनऊ में गुरुवार को बीएसपी का बड़ा प्रदर्शन है.
दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती के अपमान को लेकर बुधवार को राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ था और सरकार की तरफ से वित्त मंत्री व सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा था कि पार्टी बयान की जांच करवाकर कार्रवाई करेगी.
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केशव मौर्य ने दयाशंकर को पद से हटाने की घोषणा करते हुए कहा था कि मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के कारण उन्हें पार्टी की तमाम जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. मौर्य ने दयाशंकर के बयान को गलत ठहराया था और इसके लिए पार्टी की तरफ से खेद जताया था.
मामला राज्यसभा में उठने और उसकी वजह से हंगामा के कारण पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद दयाशंकर सिंह के खिलाफ पार्टी ने तुरंत एक्शन लेते हुए उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था लेकिन बसपा द्वारा लखनऊ में गुरुवार को प्रदर्शन की घोषणा के बाद पार्टी से 6 साल के लिए निकालने का भी फैसला हो गया.
मायावती ने राज्यसभा में कहा था कि अगर दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया और बीजेपी से निकाला नहीं गया तो राज्य में किसी तरह के हिंसक प्रदर्शन की जवाबदेही बीजेपी की होगी. राज्य में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होना है और ऐसे में बीजेपी के लिए दयाशंकर सिंह का यह बयान गंभीर संकट बनता दिख रहा है.