वित्त मंत्री अरुण जेटली पर बरसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बोले-हमने बरती पारदर्शिता, अब बताओ कितने में हुई राफेल डील

अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने अरुण जेटली को 'जेटलाई' कहकर संबोधित किया और पूर्व रक्षामंत्री ए.के. एंटनी द्वारा दिए गए तीन लिखित जवाब को पोस्ट किया.

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वित्त मंत्री अरुण जेटली पर बरसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बोले-हमने बरती पारदर्शिता, अब बताओ कितने में हुई राफेल डील

Aanchal Pandey

  • February 10, 2018 2:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली पर राफेल सौदे के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के रक्षामंत्री द्वारा रक्षा खरीद के बारे में जानकारी नहीं देने को लेकर जेटली ने झूठ बोला है. इसके साथ ही राहुल ने सरकार से मांग की कि राफेल लड़ाकू विमान के प्रत्येक सौदे के बारे में जानकारी देनी चाहिए. राहुल ने अपने एक ट्वीट में जेटली को ‘जेटलाई’ कहकर संबोधित किया था. गांधी ने पूर्व रक्षामंत्री ए.के. एंटनी द्वारा दिए गए तीन लिखित जवाब को पोस्ट किया है, जिसमें एंटनी ने सुखोई-30 एमकेआई के 40 विमानों की खरीदी लागत, मिराज 2000 की अपग्रेड लागत और एडमिरल गोर्शकोव(अब आईएनएस विक्रमादित्य) की खरीद लागत के बारे में जानकारी दी थी.

उन्होंने कहा, “प्रिय मिस्टर जेटलाई, आपने कहा कि UPA ने कभी भी रक्षा सौदे की लागत सार्वजनिक नहीं की? आपके झूठ के जवाब में, यहां UPA सरकार द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ संसद में दिए गए तीन जवाब हैं. अब क्या आप अपने रक्षामंत्री से देश को यह बताने के लिए कह सकते हैं कि राफेल जेट के प्रत्येक विमान का सौदा कितने में हुआ है”. अपने ट्वीट के नीचे उन्होंने ”हैशटैग दाल में कुछ काला है लिखा”. जेटली ने गुरुवार को कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का ‘उत्पादन’ करने का आरोप लगाए था. उन्होंने यह आरोप सरकार पर फ्रांस से राफेल विमान सौदा के बारे में सवाल पूछने के बाद लगाया. 

अरुण जेटली ने कहा था कि देश की सिक्युरिटी के हित में हथियारों की कीमतें नहीं बताई जा सकतीं. उन्होंने कहा था कि जब प्रणब मुखर्जी वित्त मंत्री थे, तब भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए रक्षा सौदे की कीमत नहीं बताई थी. जेटली ने कहा  था कि आप अपने पार्टी अध्यक्ष (कांग्रेस) से कहिए कि वह प्रणब मुखर्जी से पूछें. मोदी सरकार पर 4 साल से कोई आरोप नहीं लगे तो आप बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. 

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