गुजरात के अहमदाबाद में 2008 में हुए सीरियल ब्लास्ट के संदिग्धों ने अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी पर आधारित एक टेस्ट में उच्च स्थान प्राप्त किया. यह प्रतियोगिता साबरमती सेंट्रल जेल में लगातार दूसरी बार आयोजित की गई. 2008 अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट
गांधीनगर. गुजरात के अहमदाबाद में 2008 में आतंक फैलाने वाले आरोपियों ने महात्मा गांधी पर आधारित लेख प्रतियोगिता में टॉप करके सबको चौंका दिया है. ये परीक्षा नवजीवन ट्रस्ट ने साबरमती सेंट्रल जेल में महात्मा गांधी पर आयोजित कराई थी. नवजीवन संस्था ने 3 भाषाओं गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी में इस परीक्षा का आयोजन किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीरियल ब्लास्ट के आरोपी शम्सुद्दीन शेख, हसन रजा और अयाज़ सैयद क्रमश पहले दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि नवजीवन संस्था द्वारा आयोजित परीक्षा में शम्सुद्दीन शेख ने 80 में से 77 अंक, हसन रजा ने 69 अंक और अयाज़ सैयद ने 68 अंक हासिल किए. इन तीनों के अलावा तीसरे पायदान पर अयाज़ के साथ इलेक्ट्रिकल इंजिनियर हर्षद राठौड़ भी रहे. इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संस्थापक और इस आतंकी घटना का कथित मास्टरमाइंड सफदर नागौरी की अनुपस्थिति में धमाके के अन्य 3 आरोपियों ने इस परीक्षा में शीर्ष 3 स्थानों पर कब्जा जमाया है.
बताया जा रहा है कि परीक्षा में 3 किताबों गांधी की संक्षिप्त जीवनी, मंगल प्रभात और गांधी बापू से सवाल पूछे गए थे. परीक्षा गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में आयोजित कराई गई थी. पिछले साल सितंबर में आयोजित परीक्षा में 85 कैदियों ने हिस्सा लिया था. बता दें कि जुलाई 2008 के अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में 40 लोगों की मौत हो गई थी, जबिक 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. शहर में ताबड़तोड़ 17 बम धमाके हुए थे.
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