बैंगलुरू. एक लंबे इंतजार के बाद 1 जुलाई को तेजस विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने जा रहा है. इसका पहला स्क्वाड्रन सिर्फ 2 विमानों के साथ शुरु किया जा रहा है.
बहरहाल दो विमानों को वायुसेना के बेड़े मेंं शामिल किया जा रहा है, वहीं साल के अंत तक 4 और विमानों को शामिल करने की योजना है. वहीं साल 2017 तक 6 और एयरक्राफ्ट लॉन्च होंगे.
एयरक्राफ्ट हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से कुल 120 तेजस विमान खरीदे गए हैं. एक स्क्वाड्रन 20 तेजस विमानों से बना होगा, जिसमें 4 रिजर्व होंगे, जो कि मिग-21 को रिप्लेस करेंगे. तेजस स्क्वाड्रन का बेस कोयंबटूर के निकट सुलु में है, लेकिन शुरुआती दो सालों में इसका संचालन बैंगलुरू से किया जाएगा.