नई दिल्ली. महाशक्ति बनने की तरफ हिंदुस्तान ने एक कदम और बढ़ा दिया है. दुनिया में पहली बार ताकतवर और लंबी दूरी के फाइटर प्लेन को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से लैस किया गया है. वायुसेना के इस नए अवतार से देश की हवाई ताकत में काफी इजाफा होगा. हिंदुस्तान के इस कारनामे को देखकर दुनिया दंग है. हिंदुस्तान के इस हथियार को दुश्मन देख नहीं पाएंगे…बस तबाह होते जाएंगे.
हिंदुस्तान की महाशक्ति, महाशक्ति इसलिए क्योंकि इसमें हिंदुस्तान की वो ताकत है जो पूरी दुनिया को चैलेंज करता है. दूसरी वो जो ध्वनि से भी तीन गुनी स्पीड में दुश्मनों पर हमला करती है. ये है सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का एयरफोर्स वर्जन .अब तक ब्रह्रोस मिसाइल..थल सेना और नौसेना की ताकत थी. यानि ये ज़मीन से दुश्मनों पर टारगेट करती थी .
अब ये मिसाइल आसमान से दुश्मनों पर आग बरसाएगी. उनके ठिकानों को तबाह कर देगी, ब्रह्मोस मिसाइल को भारतीय सेना ने अपने सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान सुखोई-30 के साथ जोड़ा है. हिंदुस्तान ने इस महाशक्ति की नुमाइश कर दी है . सुखोई 30 MKI दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन में से एक माना जाता है . ये 16 हजार 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरता है. रात हो या दिन कभी भी सुखोई 5 हजार किलोमीटर के रेंज में उड़ान भर सकता है .
वहीं ब्रह्मोस मिसाइल अमेरिका की टॉम हॉक मिसाइल से लगभग दोगुना तेजी से वार कर सकती है. ये मिसाइल 1200 यूनिट ऊर्जा पैदा कर अपने लक्ष्य को तहस नहस कर सकती है. ब्रह्मोस मिसाइल को हिंदुस्तान की अदृश्य शक्ति कहा जाता है क्योंकि ये रडार की पकड़ में नहीं आता .