जम्मू. जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भारत और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर की शांति की खातिर शांति प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का आग्रह किया. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता ने सांबा जिले में पाकिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्र में मशहूर सूफी बाबा चांबियाल दरगाह पर गईं, जिनका सालाना उर्स मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बंद पड़ी सुलह वार्ता फिर से शुरू होनी चाहिए.
उन्होंने विभाजित जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए नए क्रास बार्डर मीटिंग प्वाइंट खोलने पर जोर दिया और कहा, “हम भारत सरकार के साथ मिलकर सुचेतगढ़-सियालकोट, कारगिल-स्कर्दू, नौशेरा-मीरपुर और कुछ अन्य रास्तों को भी खोलने पर काम कर रहे हैं ताकि लोगों का आपस में संपर्क बढ़े.”
उन्होंने कहा, “सुचेतगढ़ में जम्मू-कश्मीर का वाघा बार्डर बनने की क्षमता है जिसकी परिकल्पना मुफ्ती मोहम्मद सईद ने की थी.” महबूबा मुफ्ती ने कहा कि लंबे समय में सुचेतगढ़ में पाकिस्तान के साथ एक और व्यापार केंद्र बनने की क्षमता है, जैसा सलामाबाद और चाकन-दा-बाग है.
उन्होंने कहा कि सुचेतगढ़ को सीमा स्थित पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके तहत पुराने चुंगी नाके को चालू किया जाएगा, एक बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण कराया जाएगा और इस जगह की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लॉन और फाउंटेन आदि लगाए जाएंगे.
बाबा चांबियाल दरगाह में पाकिस्तानियों की भी श्रद्धा है, पाकिस्तान रेंजर्स के जवान हर साल यहां चादर चढ़ाने आते हैं. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस मौके पर रेंजर्स को ‘शक्कर और शर्बत’ बांटी.
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