बट ने कहा, ‘स्पॉट फिक्सिंग मामले में फंसने के बाद मैं ऐसे विवादों से दूर रहने की कोशिश करता हूं. मैं खुश हूं की आईसीसी इसकी जांच कर रही है क्योंकि इसमें कई खामियां थी. मैंने वहां सिर्फ दो मैच खेले और फिर दुबई चला गया.’
लाहौर. पाकिस्तान क्रिकेकर और मैच फिक्सिंग का चोली दामन का रिश्ता माना जाता है, समय समय पर पाकिस्तान के क्रिकेटर पर फिक्सिंग के आरोप लगते रहे हैं अब मैच फिक्सिंग एक बार पहले ही दोषी पाए गये पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट एक बार फिर से फिक्सिंग के मामले में फंसते नजर आ रहे है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने इस बात की पुष्टि की है कि वे हाल ही में संपन्न हुए अजमान ऑल स्टार टी20 लीग की जांच कर रही है जहां बट को भी देखा गया था.
बट और तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ पर स्पॉट फिक्सिंग के मामले में 2010 में पांच साल का प्रतिबंध लगा था. ये दोनों खिलाड़ी पाकिस्तान के कुछ अन्य खिलाड़ियों के साथ इस निजी टूर्नामेंट का हिस्सा थे. टूर्नामेंट के प्रसारण फुटेज देखने का बाद आईसीसी हरकत में आई. वीडियो में कुछ खिलाड़ियों को विवादित तरीके से आउट होते देखा गया जबकि कुछ का व्यवहार संदेहास्पद था. इस निजी लीग को अमीरीत क्रिकेट बोर्ड और अजमान क्रिकेट परिषद ने गैरकानूनी करार दिया था जिसके बाद भी बट और आसिफ के अलावा पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी हसन रजा और मुहम्मद खलील ने भी इसमें भाग लिया था.
बट ले पीटीआई से कहा, ‘स्पॉट फिक्सिंग मामले में फंसने के बाद मैं ऐसे विवादों से दूर रहने की कोशिश करता हूं. मैं खुश हूं की आईसीसी इसकी जांच कर रही है क्योंकि इसमें कई खामियां थी. मैंने वहां सिर्फ दो मैच खेले और फिर दुबई चला गया.’ उन्होंने कहा, ‘ मैं वहां इस लिए गया था क्योंकि मुझे लाहौर की एकदिवसीय टीम में नहीं चुना गया था. लेकिन जब मै वहां पहुंचा तब मुझे पता चला कि यह एमेच्योर टूर्नामेंट हैं जहां ना तो कोई मैच रेफरी था, ना ही आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी इकाई का अधिकारी और स्कोरर.’