नई दिल्ली. पाकिस्तान के सिंध में पुलिस ने ‘ओम’ छपे हुए जूते बेचने वाले दुकानदार को ईशनिंदा कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध के बाद पुलिस ने जूतों को भी जब्त कर लिया है. जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि हिंदू समुदाय के नेताओं के शिकायत दर्ज कराने के बाद हमने दुकानदार को गिरफ्तार किया गया है. ओम लिखे जूतों को जब्त कर लिया गया है.
पुलिस प्रमुख अली ने कहा कि शुरुआती जांच में ये संकेत मिले हैं कि दुकानदार ने जानबूझकर हिंदुओं की भावनाओं को चोट पहुंचाने का प्रयास नहीं किया था. उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि मीडिया में खबर आने तक उसे ‘ओम’ चिन्ह के बारे में जानकारी नहीं थी और इसके बाद से वह जांच में मदद कर रहा है.’ दुकानदार को अगर इस आरोप में दोषी ठहराया जाता है, तो उसे अधिकतम दस साल की जेल और अतिरिक्त जुर्माना हो सकता है.
बता दें कि दक्षिणी सिंध के टांडो आदम में बड़ी संख्या में हिंदू आबादी रहती है. पाकिस्तान हिन्दू काउंसिल (पीएचसी) के मुख्य संरक्षक रमेश कुमार वांकवानी ने पुलिस की तुरंत कार्रवाई की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि पुलिस को बता चला है कि विवादित जूते लाहौर के एक जूते बनाने वाले से खरीदे गए थे और उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पंजाब पुलिस से बात की जा रही है. उन्होंने एक बयान में कहा कि चाहे अल्पसंख्यक हो या बहुसंख्यक, किसी भी धर्म का अपमान करना अनैतिक और अनुचित है.