द् न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने तमिल म्यूजिक डायरेक्टर इलैयाराजा को पद्म विभूषण दिए जाने पर प्रकाशित की गई खबर में इशारा किया था कि सरकार दलितों तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रही है. इसी वजह से इलैयाराजा को पद्म विभूषण दिया गया है. इस हैडिंग को लेकर लोग सोशल मीडिया पर द् न्यू इंडियन एक्सप्रेस पर बिफर पड़े. बाद में अंग्रेजी के प्रतिष्ठित अखबार ने इस हैडिंग के लिए माफी मांगी.
नई दिल्ली. साउथ के संगीतकार इलैयाराजा को गणतंत्र दिवस पर पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा गया. पद्म विभूषण देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. करीब सात भाषाओं में 1000 से ज्यादा फिल्मों को संगीत देने वाले इलैयाराजा को पद्मभूषण की खबर पर द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की हैडिंग को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने हंगामा कर दिया. लोगों ने सोशल मीडिया पर लगातार द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की आलोचना जारी रखी जिसके कारण अगले दिन अंग्रेजी के प्रतिष्ठित अखबार को क्लियरिफिकेशन जारी कर माफी मांगनी पड़ी है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने “Dalit outreach with Ilaiyaraaja’s Padma” हैडिंग के साथ खबर प्रकाशित की थी. आश्रय था कि सरकार पद्म पुरस्कार के सहारे दलितों में पैठ बना रही है. अखबार ने लिखा था कि यह पुरस्कार गुजरात में जिग्नेश मेवानी के नेतृत्व में दलित आंदोलन की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण था. इस बात पर लोगों ने अखबार के प्रति नाराजगी व्यक्त की. लोगों ने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि बीजेपी की सरकार ने दलितों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए इलैयाराजा को पुरस्कार दिया, ना कि उनकी उपलब्धियों के लिए.
लोगों की नाराजगी के बाद अगले दिन 27 जनवरी के एडिशन में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने इसके लिए माफी मांगते हुए लिखा कि मि. इलैयाराजा को पद्मविभूषण उनकी उपलब्धियों की वजह से मिला है. इसका दूसरा कोई अन्य कारण नहीं है. हम 26 जनवरी को प्रकाशित खबर के उस शीर्षक पर गहरा अफसोस व्यक्त करते हैं जिससे गलत संदेश गया है. बता दें कि पद्म विभूषण तीन लोगों को मिला है. ये हैं परमेश्वरन परमेश्वरन – साहित्य और शिक्षा (केरल). इलैयाराजा- कला और संगीत के क्षेत्र में (तमिलनाडु). गुलाम मुस्तफा खान- कला और संगीत (महाराष्ट्र).
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की इस खबर पर लोगों ने इस तरह की प्रतिक्रियाएँ दीं….
#Shame @NewIndianXpress @gsvasu_TNIE … how do you stoop so low? Is that what comes to your head when you hear the name #Ilaiyaraaja ? Not the magic melodies? #Ilayaraja_Insulted pic.twitter.com/pXzVs4HlnK
— Almighty Spectre (@parankusan) January 26, 2018
Shame on you @IndianExpress #Ilaiyaraaja Sir is God for us musicians, his music is divine and beyond you. We respect him and know who he is, it’s a SHAME that you don’t. https://t.co/laFWp5hxfY
— Queen Hazarika (@queenhazarika) January 26, 2018
A music maestro #Ilaiyaraaja got the award only for his brilliant contribution in the field of music but that cant stop media vultures like @IndianExpress from spewing venom about caste! Shameless thugs! pic.twitter.com/U9rOdxovUs
— AB (@arindambhattac9) January 26, 2018
After 25+ years of following #Ilaiyaraaja, now I know his caste. Thank you liberal media for successfully dividing the nation. https://t.co/uFEAaFeuzK
— Likith Lanka (@likithl) January 26, 2018
So @IndianExpress thinks that maestro #illayaraja being honoured for his outstanding contribution to music is not that important.
Their headline seems to be funded by separatists.— Rishi Umrania ?? (@ProAMTraider) January 26, 2018
Time for @NewIndianXpress to introspect as to how low they can afford to plunge in the service of their mastetrs!#Illayaraja is a national legend and he has been honored for for his iconic status! https://t.co/OHEYN8WZqJ
— Shaelesh (@Shaelesh) January 26, 2018
@IndianExpress really shame on u for making cast issue with illayaraja. Is this good journalism ?even making cast on national awards. Media like u are real cancer for this nation. #indian express. #illayaraja. Hear illayaraja music before u put such an article.
— manikandan kumar (@1992manikandan) January 26, 2018
#Illayaraja is a great Indian. Period.
But then the #newstraders
Like @IndianExpress have to keep their political masters happy and earn their #roti. pic.twitter.com/Eqtjg2ybNa— Nitesh Jain (@niteshplatinum) January 26, 2018
मोदी सरकार से 25 मिनट पहले बीजेपी आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने बताए पद्म अवार्ड्स विजेताओं के नाम