'पद्मावत' के विरोध में करणी सेना ने बुधवार को गुरुग्राम में एक स्कूल बस को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की, डरे सहमे बच्चे आंखो में आंसू लिए सवाल कर रहे हैं इन सब में हमारा क्या कसूर. लो सरकार यहां भी खामोश, लेकिन अब सरकार की इस चुप्पी पर और करणी सेना के इस अमानविय हरकत पर मीडिया के कुछ बड़े पत्रकारों ने सवाल उठाए है.
नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली ने फिल्म ‘पद्मावत’ क्या बना दी देश हंगामें की भेट चढ़ गया. करणी सेना राजा बन बैठी है और सरकार ने चुप्पी साध ली. ये है हमारे देश का लोकतंत्र. कई महीनों से करणी सेना और कुछ छोटे मोठे संगठन ऐसे ऐसे कारमाने कर रहे हैं और फरमान सुना जिसे सुनकर आपके कान से भी धुंए निकल जाएं. संजय लीला भंसाली की भरी भीड़ में पीटाई करने से लेकर उनका सिर काटकर लाने का फरमान और दीपिका पादुकोण को जिंदा जलाने से लेकर उनका नाक काटकर लाने वाले के लिए करोड़ों का इनाम जैसे ऐलान. हद तो तब हो गई जब करणी सेना ने स्कूल बस को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की, डरे सहमे बच्चे आंखो में आंसू लिए सवाल कर रहे हैं इन सब में हमारा क्या कसूर. लो सरकार यहां भी खामोश, लेकिन अब सरकार की इस चुप्पी पर और करणी सेना के इस अमानविय हरकत पर मीडिया के कुछ बड़े पत्रकारों ने सवाल उठाए है.
जी हां अजीत अंजुम से लेकर ओम थानवी, अंजना ओम कश्यप और राणा यशवंत जैसे बड़े पत्रकारों ने सरकार के मौन पर सवाल उठाएं और करणी सेना को गुंडा, कायर संगठन तक बताया. इन पत्रकारों का कहना है छोटे-छोटे मासूम बच्चों पर अपनी कायरता दिखाना और मेहनतकश लोगों की बाईकों को फूंक देना ये कौन सी वीर करणी सेना है. ऐसे संगठनों पर सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है.
आपको बता दें 25 जनवरी को संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज हो गई. करणी सेना के हंगामें के आगे फिल्म की रिलीज डेट से लेकर मेकर्स ने फिल्म का टाइटल तक बदल दिया, इतना ही नहीं फिल्म के गाने घुंमर में दीपिका पादुकोण की कमर तक को ढ़क दिया गया. 300 कट भी फिल्म में लगा दिए गए लेकिन फिर भी करणी सेना को संतोष नहीं मिला. वो अब भी अपनी आन बान और शान का झूठा हंगामा मचा रही है. अब करणी सेना की ये लड़ाई पद्मावत को लेकर है या फिर देश में वो सरकार, न्यायपालिका से भी ऊपर खुद को समझ बैठी है.
The BJP governments of Rajasthan, Haryana & Gujarat carry the blame for the thuggish lawlessness of the Karni goons. But the opposition can claim no liberal higher ground either. Notice the cowardly silence of so many of it's key leaders on #Padmavaat ?
— barkha dutt (@BDUTT) January 24, 2018
लातों के भूत बातों से नहीं मानते।शर्म आ रही है ऐसी सरकार पर जो गुंडों के आगे नतमस्तक है। बच्चे ऐसे छिपेंगे,ऐसे डरेंगे वो भी कायरों की वजह से। जिन बच्चों पर ये बीती होगी,स्तब्ध हूं।हम कैसे हिंदुस्तान में रह रहे हैं जहां कुछ कायरों की जमात पूरे देश को बंधक बनाने पर तुली हुई है। pic.twitter.com/Ij9nrqDOFt
— Chitra Tripathi (@chitraaum) January 24, 2018
https://twitter.com/ashokepandit/status/956421545324367872
https://twitter.com/AlkaSaxena_/status/956384240223993856
पहले नर्सरी के बच्चों की पिटाई,फिर Delivery boys की बाइक को आग के हवाले करना और अब बच्चों की स्कूल बस पर हमला : कर्णी सेना आपकी शौर्यगाथा पूरा विश्व देख और सुन रहा है। #IWillSeePadmaavat
— Vinod Kapri (@vinodkapri) January 24, 2018
“ कुछ बसें जलती हैं तो जलने दो।हिंसा होती है तो होने दो।हमारी सरकारें फ़िलहाल राजपूतों को Hurt नहीं करना चाहती “ @republic sting operation में बीजेपी नेता राजपुरोहित ने अपनी पार्टी की रणनीति ख़ुद ही बता दी।
— Vinod Kapri (@vinodkapri) January 24, 2018
Buffoons. Goons. Thugs. #BanKarniSena Arrest these scoundrels. https://t.co/4Nlds7ArXS
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) January 24, 2018
गुंडों की सेना का यही इलाज होना चाहिए अब . उत्पात करने वालों को पकड़ो और ठोको . देश को बपौती समझ लिया है इन लफंगों ने .बच्चों की बस पर हमला, मॉल पर हमला. आगजनी और हंगामा करने वालों की अब पिटाई जरुरी है
#IndiaWithPadmaavat #Padmavaat #Gurugram https://t.co/tungJy7Bqh— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
लफंगों के सेनापति कालवी और करणी से सभी गुंडों को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है ? बच्चों की बस पर हमला करने वाले गुंडों के सरदारों को खुली छूट क्यों ? #IndiaWithPadmaavat #Padmavaat
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
बच्चों को निशाना बनाने वाले कायरों , तुम्हारी पीठ पर 'ऊपरवालों' का हाथ न होता तो इतने हंटर पड़ते कि मर्दानगी का जनाजा निकल जाता . बच्चों की चीखें सुनकर किसी का भी खून खौल सकता है कि इन कायरों पर लेकिन इन्हें तो खुली छूट है तांडव करने की #Padmavaat #Gurugram #IndiaWithPadmaavat https://t.co/siydjTwarH
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
बस में करणी सेना के गुंडों से डरे बच्चों की चीखें क्या सरकारों को नहीं सुनाई दे रही है ? इन गुंडों को खुली छूट देने वाली सरकारों के लिए क्या सिर्फ वोटबैंक मायने रखता है ? राजपूतों के ठेकेदारों की पीठ पर मुख्यमंत्रियों और नेताओें का हाथ का अंजाम देखिए #IndiaWithPadmaavat https://t.co/0kr2d127py
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
जिन्हें अब तक गालियां दे रहे थे , अब भी उन्हें ही कोस रहे हैं @ashokepandit , जिनके लिए मुनादी करते रहे , उन्हें तो पूछो . सरकारों के सपोर्ट की वजह से आज बच्चों की बस पर हमला हुआ. कायरों को खुली छूट देने वालों से पूछिए , जिनकी हमेशा तरफदारी की है आपने #IndiaWithPadmaavat https://t.co/yLZDvwsdDv
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
धिक्कार है कायरों की करणी सेना को और उन्हें तांडव करने की छूट देने वाली सरकारों को . बच्चों की चीखें भी अगर करणी सेना को गुंडों से निपटने के आदेश जारी नहीं होते तो समझिए कि देश किधर जा रहा है ? सवा सौ करोड़ के देश के सिस्टम को कुछ सौ लफंगों ने ठंगे पर रखा है #IndiaWithPadmaavat https://t.co/OQz0DbX03f
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 24, 2018
@mlkhattar @anilvijminister की सरकार में बंपर छूट चल रही है
इन्होंने राम रहीम के उपद्रवियों को ऐसे ही खुली छूट दी थी
जाट आंदोलन में भी खुली छूट दी थी
अब पद्मावती विरोध के उग्रवादियों को भी खुली छूट दे रहे हैं
इनका बस चले तो खाना रुकना भी करवा दें
((बड़ी छूटवादी सरकार है ये) https://t.co/fy6czCgCxo— निखिल कुमार दुबे (@nikhildubei) January 24, 2018
मेरी राजपूतानी माताओं और बहनों
एक फ़िल्म की ख़ातिर जान दोगे तो आप पदमावती नहीं बल्कि सदमा’वती कहलाओगे।
देखो इस बहाने कहीं आपके शौहर चालाकी से आपको जौहर के लिए तो नहीं उकसा रहे।
पदमावती के जाने के बाद वे ‘पदमावत’ भी देख लेंगे।😜
एक राजपूत की पुकार#पद्मावती #पद्मावत #सदमावती
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) January 19, 2018
हर पार्टी को राजपूत समुदाय के वोट छिटकने की फ़िक़्र है। कमोबेश सभी एक भाव से मौन हैं। फ़िल्म के कंटेंट की पड़ताल में किसी की दिलचस्पी नहीं, जिसमें दुराग्रह तो है – मगर राजपूत समाज के हक़ में। https://t.co/b87AJUccuw
— Om Thanvi | ओम थानवी (@omthanvi) January 25, 2018
मैं बड़े कालवीजी को निजी तौर पर जानता था। इस हवाले से उनके पुत्र लोकेंद्रसिंह कालवी को एक बिन-माँगी सलाह देता हूँ। इस शर्मसार आंदोलन का वैसे भी आधार न था, अब वह पूरी तरह उनके हाथ से निकल चुका है। वे फ़ौरन इसे वापस ले लें। राजस्थान व राजपूतों की साख को और बट्टा न लगने दें।
— Om Thanvi | ओम थानवी (@omthanvi) January 24, 2018
1) Jat reservation riots 2) Ram Rahim riots 3) children terrorised in Gurgaon. What sort of governance record is this? https://t.co/dmoIYLTqOE
— Suparna Singh (@Suparna_Singh) January 25, 2018
SC agrees to hear petition seeking contempt action against 4 states – MP, Rajasthan, Gujarat and Haryana – for not obeying orders to screen #padmaavat
— Suparna Singh (@Suparna_Singh) January 25, 2018
After attack on school bus, Haryana minister says didn't anticipate this type of violence. Really! Haryana didn't 'anticipate' violence even when the Dera chief Ram Rahim was charged with rape and arrested. Stellar record when it comes to imposing law and order
— Harinder Baweja (@shammybaweja) January 25, 2018
If @mlkhattar cant protect children in gurgaon a safe passage to school, he should frankly step down. Shame to see children cowering on the bus as if they face gunfire.
— sunetra choudhury (@sunetrac) January 24, 2018
And No, we will not be calling the Karni Sena head live on TV to 'defend' this horror. He doesn't deserve any publicity at all https://t.co/zRlGvOS85h
— sonia singh (@soniandtv) January 24, 2018
Absolutely correct approach. His place is in jail, not TV studios https://t.co/PgbsyB76UT
— Shekhar Gupta (@ShekharGupta) January 25, 2018
https://twitter.com/tufailelif/status/956434494201851904
Time for Rajputs from all professions to outright condemn the Karni Sena and all these self styled Kshatriya samaaj representatives destroying public property, threatening innocents. The State seems to have given up in Haryana & Rajasthan.
— Smita Prakash (@smitaprakash) January 24, 2018
I don’t defend the film. I defend the right of people to choose to watch it. It may be a totally regressive movie but people have a right to see it if they wish https://t.co/29tVZR0e57
— Nidhi Razdan (@Nidhi) January 24, 2018
https://twitter.com/AunindyoC/status/956158793938694144
Violence in Gurugram shows how some organisations can hold rule of law and democracy to ransom in the name of culture and honour. But in all this Haryana again fails to maintain law and order. Padmavati is a ruse. Coming elections in Rajasthan is the real thing.
— Kartikeya Sharma (@kartikeya_1975) January 24, 2018
कल 26 जनवरी है. ऐसे मौके पर पूरे देश में सुरक्षा चाक चौबंद रहती है. ऐसे में इतनी गुंडागर्दी कैसे हो पा रही? गुंडों की सेना को सड़क पर डर फैलाने का मौक कैसे मिल पा रहा है? कैसी सरकारें हैं कुछ हुड़दंगियों को काबू नही कर पा रही ?
— Sangita Tewari (@sangitatewari) January 25, 2018
जयपुर की तस्वीर देख रही, सड़क पर बाईक पर सारे नियम कानून की धज्जियां उड़ाती गुंडागर्दी दिख रही. ताज्जुब है कि खुलेआम धमकी दे डर फैलाया जा रहा है औऱ वसुंधरा सरकार कुछ नही कर रही, प्रशासन और पुलिस कहां है ?
— Sangita Tewari (@sangitatewari) January 25, 2018
#पद्मावत
जान-माल की सुरक्षा राज्य सरकारों की बुनियादी जिम्मेदारी है#सुप्रीमकोर्ट की कड़ी चेतावनी के बावजूद हिंसा रोकने में राज्य सरकारों ने ढुलमुल रवैया अपनाया, राजनैतिक इच्छा-शक्ति नहीं दिखी, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. ये शर्मनाक है
तभी मासूम बच्चों पर पथराव हो रहा है— Dibang (@dibang) January 25, 2018
आज हाल ये है कि बच्चों पर हमला, अब तो कहना होगा
…इस क़दर कायर हूँ, कि करनी सेना हूं । pic.twitter.com/3GNPCLC89c— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) January 25, 2018
इससे पहले कि समूचा देश राजपूतों को एक जाहिल जाति मानने लगे, नफरत करने लगे – कल्वी जैसे कलंकों को हटाइए. राजनीति ने गुंडों मवालियों को पालने को सत्ता में पहुंचने का जरिया मान लिया है. सरकारों की चुप्पियां ज्यादा खतरनाक है.
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) January 25, 2018
सिसोदियों,चौहानों,राठौरों,परमारों,चंदेलो ने बच्चों पर हमले किए?मेहनतकशों की बाइक जलाईं?मुट्ठी भर लफ़ंगे पूरी जाति को बदनाम कर रहे हैं.मारो.
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) January 25, 2018