प्रीता का करन के घर में खुलकर स्वागत होता है. करन की दादी और मां तो प्रीता से अपने बरताव के लिये माफी भी मांगती है. शर्लिन को भी प्रीता से माफी मागनी पड़ती है. करन लोढ़ी की पार्टी में प्रीता की इशारों से तारिफ करता है. प्रीता को भी करन की तारिफ करना अच्छा लगता है. सृष्टी करन की तारिफ करती है. जिसे प्रीता मजाक में उठा देती है.
नई दिल्ली : पृथ्वी अरोडा हाउस में जाता है जहां करन के घर लोढ़ी में जाने की तैयारी जोरो शोरो से चल रही होती है. वहीं पृथ्वी गेट में खड़ा परेशान होता है की दरवाजा जल्दी नही खुल रहा. और उन लोगो के लिये भला बुरा कहता है लेकिन जैसे ही दरवाजा खुलता है पृथ्वी घर वालों की झुठी तारिफ करता है. सरला पृथ्वी को कहती है की प्रीता के रूम में जाकर उसे ले आए. लेकिन जब वो प्रीता के कमरे में जाता है वहां सृष्टी करन की तारिफ कर रही होती है जिसे पृथ्वी सुन लेता है. लेकिन प्रीता उससे झुठ बोलती है कि वे लोग उसकी तारिफ कर रही थी. लेकिन पृथ्वी उन्हे बताता है की कैसे उसने प्रीता को जेल से निकाला उसे बेगुनाह साबित कर दिया.
अरोड़ा परिवार को लेकर करन के घर लोढ़ी पार्टी मे जाता है. जहां शर्लिन की आंटी और शर्लिन से उनका आमना सामना होता है. लेकिन जैसे ही वे लोग करन के घर पहुंचते हैं दादी उनका ड्रामे के साथ स्वागत करती है लेकिन प्रीता उन्हे अपनी अच्छाई से उनका दिल जीत लेती है. दादी प्रीता से माफी मांगती है जिसे देख शर्लिन को बुरा लगता है. करन की मां प्रीता का स्वागत करती है. उसकी तारिफ करती है और टीका लगाती है जो पृथ्वी को नागवार गुजरता है.
करन की दादी शर्लिन से कहती है कि उसे भी प्रीता से माफी मांगनी चाहिये जब करन की मां भी शर्लिन को प्रीता से माफी मांगने कहती है तो शर्लिन उससे माफी मांग लेती है. प्रीता उसे माफ कर देती है. लेकिन शर्लिन अपनी आदतों से नही सुधरती है. करन की मां के कहने पर शर्लिन प्रीता की आरती उतारती है. जिसके साथ लोढ़ी का कार्यक्रम शुरू हो जाता है.
लोढ़ी के कार्यक्रम में करन प्रीता की ओर काफी आकार्षित दिखता है. वो इशारों इशारों में प्रीता की तारिफ भी करता है जिसपर प्रीता कन्फूज़ हो जाती है.
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