Happy Basant Panchami messages and wishes in bengali 2018: 22 जनवरी को बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है. और खेतों में सरसों के लहलहा उठते हैं. बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था इसलिए उत्तर भारत में बसंत पंचमी का अलग ही महत्व होता हैं. इस मां सरस्वती की पूजा की जाती हैं. इस दिन अपने दोस्तो और परिवारो वालों को SMS से करें विश
नई दिल्ली. हिंदूकैलेंडर के मुताबिक बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास में शुक्ल पक्ष की बसंत पंचमी के दिन मनाया जाता है. इस साल देशभर में बसंत पंचमी का त्योहार 22 जनवरी 2018 को मनाया जा रहा है. पिछले साल बसंत पंचमी त्योहार 1 फरवरी 2017 को मनाया गया था. ऐसा मानास जाता है कि इस दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ था. इसलिए बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की विशेष पूजा की जाती है. बसंत पंचमी को श्री पंचमी और ज्ञान पंचमी भी कहा जाता है. यह त्योहार पूर्वी भारत, पश्चिमी-उत्तरी बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है. मां सरस्वती की पूजा की इस बार 21 जनवरी को दोपहर बाद 3.33 बजे पंचमी प्रारंभ हो रही है 22 जनवरी को शाम 4.25 बजे तक पंचमी रहेगी.
बसंत पंचमी के दिन उत्तर भारत विशेषकर पश्चिम बंगाल और बिहार में इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. इस दिन पूजा का विशेष महत्व होता है. बिहार और पश्चिम बंगाल में इस दिन छोटे बच्चों को पहली बार अक्षर का ज्ञान दिया जाता है साथ ही इस किताबें भेंट की जाती है. मां सरस्वती की पूजा के साथ किताबों को वाद्य यंत्र की पूजा की जाती है क्योंकि ऐसा कहा जाता है वाद्य यंत्र और किताबों में मां सरस्वती का वास होता हैं. इस दिन पीले कपड़े पहने जाते है साथ ही मां सरस्वती को पीले कपड़े और पीले फूल अर्पित किए जाते हैं.
Basant Panchami 2018: बसंत पंचमी पूजा शुभ मुहूर्त, मां सरस्वती पूजा से पहले याद रखें ये बात