फिल्म पद्मावत के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने राजपूत समुदाय और करणी सेना को चिट्ठी लिखकर फिल्म की शांतिपूर्ण तरीके से रिलीज का आग्रह किया था जिससे करणी सेना ने ठुकरा दिया है. उन्होंने कहा कि राजपूतों की इज्जत खराब नहीं होने देंगे. बता दें कि चिट्ठी में लिखा था कि कि फिल्म में ऐसा कोई भी दृश्य नहीं हैं जो राजपूतों या किसी की भी भावना को ठेस पहुंचाता हो. साथ ही उन्होंने कहा कि फिल्म में रानी पद्मावती को पूरे सम्मान और गरिमा के साथ दर्शाया गया है
मुंबईः करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कलवी ने पद्मावत के निर्देशक संजय लीला भंसाली की उस अपील को ठुकरा दिया है जिसमें उन्होंने करणी सेना और राजपूत संगठनों से पद्मावत देखने की अपील की थी. करणी सेना और राजपूत संगठनों के नाम लिखी चिट्ठी में भंसाली ने वादा किया था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के अफेयर दिखाने की बात पूरी तरह गलत है. भंसाली ने चिट्ठी में यहां तक कहा था कि फिल्म देखने के बाद राजपूतों को पद्मावत पर गर्व होगा. भंसाली की अपील को सिरे से ठुकराते हुए करणी सेना प्रमुख लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा है कि फिल्म रिलीज से ठीक पहले भंसाली का ये पत्र पूरी तरह ड्रामा है ताकि हम फिल्म का विरोध करना छोड़ दें. कलवी ने कहा कि सीबीएफसी ने फिल्म को पास करने से पहले शाही परिवार की राय नहीं ली. यहां तक कि उन्हें पैनल का हिस्सा तक नहीं बनाया. कलवी ने कहा कि भंसाली पहले प्रतिनिधि परिवार के. 6 सदस्यों को फिल्म दिखाएं जिन्हें सेंसर बोर्ड ने 9 सदस्यों के पैनल में तो शामिल किया था लेकिन उन्हें फिल्म नहीं दिखाई.
गौरतलब है कि फिल्म पद्मावत पर चल रहे विरोध को देखते हुए फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली फिल्म का विरोध कर रहे राजपूत समुदाय और करणी सेना के लोगों एक चिट्ठी लिखी है. भंसाली द्वारा लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि फिल्म राजपूतों के साहस को दर्शाती है साथ ही फिल्म में रानी पद्मावती के पूरे सम्मान और मर्यादित ढंग से दिखाया गया है. उन्होंने राजपूतों से फिल्म देखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि फिल्म में कोई ऐसा सीन नहीं है जिससे आपके समुदाय या किसी को भी ठेस पहुंचे.
चिट्ठी में लिखा है कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी का कोई ड्रीम सिक्योंन्स नहीं हैं ऐसा कोई सीन नहीं फिल्माया गया है जिससे आपकी या किसी भी भावनाएं आहत हों. उन्होंने कहा कि हमने 29 जनवरी 2017 को जयपुर में भी आपको लिख के दिया था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के मध्य कोई ऐसा सीन नहीं है. उन्होंने कहा मैं आपको विश्वास दिलाता हूं फिल्म राजपूतों को गर्व करने का मौका देगी. भंसाली ने कहा कि मैं खुद आपको इस फिल्म को देखने के लिए आमंत्रित करता हूं और आशा करता हूं कि आप फिल्म की रिलीज के वक्त शांतिपूर्ण तरीके से सहयोग करेंगे.
संजय लीला भंसाली द्वारा लिखा गया पत्र
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से पद्मावत के कुछ राज्यों में बैन हटाने के बाद भी करणी सेना फिल्म का विरोध करने से पीछे नहीं हट रही है. फिल्म का विरोध कर रहे लोगों ने थिएटर जलाने तक की धमकी दी है. जिसके चलते आज यानी शनिवार को फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने राजपूत समुदाय को चिट्ठी लिखकर शांतिपूर्ण रिलीज के लिए आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे किसी की भी भावनी आहत हों.
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