पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद महेश गिरि के ऑफिस को ISO 9001 सर्टिफिकेट बेहतर शिकायत निवारण तंत्र के लिए मिला है. इससे पहले किसी सांसद को यह उपलब्धि हासिल नहीं हो पाई है. ISO सर्टिफिकेट बेहतरीन सेवाओं या प्रोडक्ट के लिए मिलता है.
नई दिल्ली. पूर्वी दिल्ली के बीजेपी सांसद महेश गिरि ने जनहित में किए कार्यों की बदौलत बेहतरीन उपलब्धि हासिल की है. महेश गिरि के ऑफिस को ISO 9001 प्रमाण पत्र मिला है. बीजेपी सांसद को यह उपलब्धि पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र की जनता के लिए बेहतरीन शिकायत निवारण व्यवस्था के लिए हासिल हुई है. शिकायत निवारण व्यवस्था के लिए ISO 9001 सर्टिफिकेट पाने वाले महेश गिरि देश के पहले सांसद बन गए हैं. यह उपलब्धि उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर सर्टिफिकेट शेयर करते हुए लोगों के साथ साझा की है. उन्होंने पूर्वी दिल्ली की जनता को बधाई देते हुए ISO 9001 सर्टिफिकेट मिलने पर खुशी जताई है.
ISO 9001 सर्टिफिकेट गुणवत्ता और प्रबंधन प्रणाली के आधार पर दिया जाता है. अधिकांश तौर पर यह सर्टिफिकेट प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता को लेकर दिया जाता है. प्रमाणन कंपनी किसी कंपनी या सेवा की गुणवत्ता के आधार पर सर्टिफिकेट देने पर विचार करती है. महेश गिरि के ऑफिस में शिकायत तंत्र और निवारण प्रक्रिया को देखते हुए यह सर्टिफिकेट दिया गया है. महेश गिरि पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं.
कौन हैं सांसद महेश गिरि-
नासिक के ब्राह्मण परिवार में जन्मे महेश गिरि ने 17 साल की उम्र में ही घर छोड़ दिया था. महेश गिरि ने घर छोड़ने के बाद तीन साल हिमालय में बिताए थे. 25 साल की कम उम्र में ही महेश गिरि श्री दत्तात्रेय पीठ के पीठाधीश बन गए. आज दत्तात्रेय पीठ के लाखों की संख्या में अनुयायी हैं और ज्यादातर उस पीठ को मानने वाले नगा साधु हैं. इसके बाद उनकी मुलाकात श्री श्री रविशंकर से हुई. उन्होंने उन्हें आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान से जुड़ने का ऑफर दिया, जिस पर 2002 में दत्तात्रेय पीठ के पीठाधीश का पद त्यागकर वे इस संस्थान से जुड़ गए. वह संजीवनी यात्रा, बेटी बचाओ, मेरी यमुना मेरी दिल्ली, अमरनाथ भूमि जैसे आंदोलनों से जुड़े रहे. आर्ट ऑफ लिविंग के साथ रहते हुए वह संस्था के इंटरनेशनल डायरेक्टर बने.
इसी दौरान यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े इंडिया अगेंस्ट करप्शन मूवमेंट के संस्थापक सदस्य के तौर पर जुड़े रहे. यह वही मूवमेंट है, जो आगे चलकर अन्ना आंदोलन और आज आम आदमी पार्टी में बदल गया. साल 2013 में उनके राजनीति में आने के संकेत मिले. आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान के जरिए वे झुग्गी झोंपड़ियों में रहने वाले लोगों के बीच जगह बना चुके थे. उन्हें बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ा और सांसद बन गए.
Congratulations to all the residents of East Delhi. Their MP’s office is now ISO 9001:2015 certified in Grievance Redressal Mechanism. pic.twitter.com/sk3KlVtW2q
— Maheish Girri (@MaheishGirri) January 12, 2018