सोनिया की अध्यक्षता पर बोले अमरिंदर, अब वह थक चुकी हैं

चंडीगढ़. कांग्रेस में पार्टी की अध्यक्षता को लेकर आपसी कलह अब खुलकर सामने आ रही है. इस बार पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी की अध्यक्षता को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को ‘थकी हुई’ कहते हुए पार्टी का नेतृत्व नई पीढ़ी को सौंपे जाने पर बल […]

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सोनिया की अध्यक्षता पर बोले अमरिंदर, अब वह थक चुकी हैं

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  • May 31, 2016 6:47 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
चंडीगढ़. कांग्रेस में पार्टी की अध्यक्षता को लेकर आपसी कलह अब खुलकर सामने आ रही है. इस बार पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी की अध्यक्षता को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को ‘थकी हुई’ कहते हुए पार्टी का नेतृत्व नई पीढ़ी को सौंपे जाने पर बल दिया है.
 
बता दें कि पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. माना जा रहा है कि अमरिंदर वहां कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट होंगे. हालांकि, पार्टी में उनका काफी विरोध भी हो चुका है. अमरिंदर फिलहाल अमृतसर से सांसद हैं.
 
‘थक चुकी हैं सोनिया गांधी’
 
एक इंटरव्यू के दौरान अमरिंदर ने कहा ‘मैं सोनिया जी के साथ 1998 से काम कर रहा हूं. वह एक अच्छी नेता हैं, लेकिन अब वो 70 साल की हो चुकी हैं. मेरी उम्र भी 74 साल है.’ इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि अब वो वक्त आ गया है, जब हम नई जनरेशन को मौका दें. ‘सोनिया जी ने बहुत मेहनत से पार्टी को चलाया है. उन्होंने पूरे देश का दौरा भी किया. जाहिर है, अब वो थक चुकी हैं और बदलाव चाहती होंगी. मुझे लगता है कि अगर वो चाहती हैं तो कमान किसी और को भी सौंपी जा सकती है.’
 
राहुल गांधी की तारीफ 
 
कैप्टन ने कहा कि राहुल गांधी भी अब काफी अनुभव हासिल कर चुके हैं. कोई भी जन्मजात लीडर नहीं हो सकता, उसे सीखना पड़ता है. राहुल अब ज्यादा बेहतर तरीके से लोगों की बात सुनते हैं. अब वो उस तरह के नहीं जो ये कहें कि इस तरीके से ये काम किया जाना चाहिए. वो अपने पिता राजीव गांधी की तरह हो गए हैं. साथ ही यह भी कहा कि अगर सोनिया गांधी स्वयं आगे बढ़कर जिम्मेदारी सौंपती हैं तो यह अच्छा होगा. 
 
ये नेता पहले ही दे चुके हैं बयान
 
बता दें कि हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रहा था. इसके बाद से दिग्विजय सिंह और सत्यव्रत चतुर्वेदी जैसे पार्टी के सीनियर नेताओं ने लीडरशिप में बदलाव की वकालत की थी. दिग्विजय ने कहा था कि पार्टी को सर्जरी की जरूरत है. 
 
वहीं इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा था कि असम सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में हुई हार का पार्टी में मंथन जरूर होगा. पार्टी की सर्जरी भी होगी तो इसके सर्जन सोनिया और राहुल गांधी होंगे.

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