बर्थडे स्पेशल: 1983 में भारत को पहला वर्ल्डकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव को जब चयनकर्ताओं ने कप्तानी देने से कर दिया था मना क्योंकि…

चयनकर्ताओं कपिल देव को केवल इसलिए कप्तान नहीं बनाना चाहते थे कि उन्हे अंग्रेजी बिल्कुल नहीं आती थी. चयनकर्ताओं का मानना था कि विदेशी दौरे पर भारत को इंग्लिश बोलने वाले कप्तान की जरुरत है.

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बर्थडे स्पेशल:  1983 में भारत को पहला वर्ल्डकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव को जब चयनकर्ताओं ने कप्तानी देने से कर दिया था मना क्योंकि…

Aanchal Pandey

  • January 6, 2018 7:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. 25 जनवरी 1983 ये वो तारीख है जो कोई भारतीय या भारत का क्रिकेट फैन नहीं भूल सकता. इस दिन भारत ने कपिल देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज को फाइनल में हराकर पहली बार क्रिकेट का वर्ल्डकप जीता था. भारत फाइनल में केवल 183 रन का बचाव करते हुए विश्व विजेता बना था. और इस टीम के कप्तान थे कपिल देव. जी हां आज आज यानी 6 जनवरी को इस महान भारतीय कप्तान का जन्मदिन है. भारत के सफलतम कप्तानों में से एक कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को हुआ था. और आज उनका 59वां जन्मदिन है, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत को वर्ल्डकप जिताने वाले कपिल देव को चयनकर्ताओं ने कप्तान बनाने से भी इंकार कर दिया था और इसका कारण जानकार तो आपको और हैरानी होगी.

दरअसल चयनकर्ताओं कपिल देव को केवल इसलिए कप्तान नहीं बनाना चाहते थे कि उन्हें अंग्रेजी बिल्कुल नहीं आती थी. चयनकर्ताओं का मानना था कि विदेशी दौरे पर भारत को इंग्लिश बोलने वाले कप्तान की जरुरत है. अब कपिल का तो अंग्रेजी में हाथ तंग था तो वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा कैसे लेंगे क्योंकि ये तो प्रथा होती है कि दोनों टीमों के कप्तानों को प्रेस के सामने आकर उनके सवालों के जवाब देने होते हैं. अब क्या किया जाए चयनकर्ता दुविधा में थे लेकिन उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया और कपिल देव को कप्तानी सौंप दी. अब उसके बाद का इतिहास क्या है ये तो हम सब जानते ही है. अब मैदान पर तो उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए ही बल्कि इंग्लिश में भी सुधार करते हुए उसमे भी अपना जलवा दिखाया. अब कपिल पाजी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं.

कपिल देव से जुड़ी एक सबसे बड़ी बात यह है कि वह चोट या खराब फिटनेस की वजह से कभी भी टीम से बाहर नहीं हुए. हां, एक बार उन्हें जरूर टीम से निकाला गया था, जब दिसंबर 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था. जिससे फैंस काफी नाराज हुए थे. उस टेस्ट से पहले दिल्ली टेस्ट में उनकी गैरजिम्मेदाराना बल्लेबाजी को उसकी वजह बताई गई थी. कपिल देव को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए हुए 23 साल हो चुके हैं लेकिन आज भी उनके आंकड़े बेमिसाल हैं. कपिल ने अपने टेस्ट करियर में 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए. वह अब तक अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने 5000 रन और 400 विकेट का आंकड़ा पार किया है. कपिल ने 225 वनडे मैचों में 3783 रन बनाए और 253 विकेट भी लिए. आपको ये जानकार हैरानी होगी टेस्ट मैचों में 184 पारियों के बाद भी कपिल देव कभी रन आउट नहीं हुए

1983 वर्ल्ड कप के एक अहम मुकाबले में जिम्बाव्वे के खिलाफ 17 रन पर भारत के 5 विकेट गिर गए थे. कपिल देव ने उस मैच में 175 रनों की नाबाद और ऐतिहासिक पारी खेली थी. कपिल ने सैयद किरमानी के साथ नौवें विकेट के लिए नाबाद 126 रनों की साझेदारी निभाई थी. भारत ना केवल वो मैच जीता उसके बाद टूर्नामेंट भी अपने नाम किया.

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बर्थडे स्पेशल: भारत को पहला वर्ल्डकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव जो टेस्ट करियर में कभी नहीं हुए रन आउट

https://youtu.be/yXAmOPkRloc

https://youtu.be/6UM6vsJgz20

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