हैदराबाद. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर विधेयक (जीएसटी) सहित लंबित विधेयकों को पारित कराने में समर्थन देने के लिए सभी क्षेत्रीय पार्टियों से उनकी पार्टी बात करेगी. अमित शाह से जब यह पूछा गया कि क्या वह तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से समर्थन मांगेंगे, क्योंकि राज्यसभा में उसके सदस्यों की संख्या बढ़ने जा रही है, तो उन्होंने कहा, “हम लंबित विधेयकों को पारित कराने में मदद के लिए राजनीति से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक दलों से संपर्क करेंगे,”
शाह एनडीए सरकार के दो सालों की उपलब्धियां गिनाने अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से यहां पहुंचे. उन्होंने एनडीए में टीआरएस के शामिल होने की कयासबाजियों पर शाह ने कहा, “टीआरएस की ओर से इस तरह का कोई आवेदन नहीं है.”
उन्होंने कहा, “केंद्र संघवाद की भावना के अनुसार, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तेलुगू देशम पार्टी और टीआरएस की सरकारों के साथ लगातार अच्छे संबंध बनाए रखेगी.” यह पूछे जाने पर कि आंध्र प्रदेश में बीजेपी नेतृत्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से खुश नहीं है, शाह ने कहा, “जिन्हें शिकायत हो, उकना नाम तो मुझे बताइए.”
शाह ने कश्मीर में सैनिक कॉलोनी बनाने को लेकर बीजेपी की रुचि के बारे में कहा, “महबूबा मुफ्ती हमारी गठबंधन सहयोगी हैं और उन्होंने भी कहा है कि पंडितों को वापस लाया जाएगा. इस मुद्दे पर हमारी एक राय है.” जबकि महबूबा ने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को फिर से बसाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं है.
सरकार के दो साल पूरे होने के जश्न की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई आलोचना पर शाह ने कहा, “यह कोई जश्न नहीं है. हम जनता को बता रहे हैं कि पिछले दो वर्षो में हमने क्या किया. बीजेपी की यह परंपरा है कि प्रत्येक साल जनता को प्रगति रिपोर्ट दी जाए.” शाह ने बाद में नरेंद्र मोदी सरकार की पिछले दो वर्षो की उपलब्धियों पर ब्लॉक स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित किया.