भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) महात्मा गांधी की श्रृंखला वाला 10 रुपये का नया नोट जारी करने वाला है. यह नोट चॉकलेट ब्राउन कलर के बेस कॉंबिनेशन में तैयार किया गया है. 10 रुपये के इस नए नोट में एक ओर महात्मा गांधी तो दूसरी ओर कोणार्क के सूर्य मंदिर की तस्वीर छपी होगी. सूत्रों के मुताबिक, बैंक द्वारा इस नए नोट के तकरीबन 100 करोड़ पीस प्रिंट किए जा चुके हैं. इस नोट के डिजाइन और कलर कॉंबिनेशन को हाल में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है. जल्द यह नोट बाजार में आ जाएगा. इससे पहले साल 2005 में आखिरी बार 10 रुपये के नोट में बदलाव किए गए थे.
नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) महात्मा गांधी की श्रृंखला वाला 10 रुपये का नया नोट जारी करने वाला है. यह नोट चॉकलेट ब्राउन कलर के बेस कॉंबिनेशन में तैयार किया गया है. 10 रुपये के इस नए नोट में एक ओर महात्मा गांधी तो दूसरी ओर कोणार्क के सूर्य मंदिर की तस्वीर छपी होगी. सूत्रों के मुताबिक, बैंक द्वारा इस नए नोट के तकरीबन 100 करोड़ पीस प्रिंट किए जा चुके हैं. इस नोट के डिजाइन और कलर कॉंबिनेशन को हाल में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है. जल्द यह नोट बाजार में आ जाएगा. इससे पहले साल 2005 में आखिरी बार 10 रुपये के नोट में बदलाव किए गए थे.
मिली जानकारी के अनुसार, 10 रुपये के नोट का डिजाइन और रंग बदलने का मकसद नकली नोटों से छुटकारा पाने की सरकार की योजना के तहत किया जा रहा है. पिछले साल अगस्त में आरबीआई ने महात्मा गांधी की श्रृंखला वाले 200 और 50 रुपये के नए नोट जारी किए थे. हालांकि ज्यादा संख्या में छपाई नहीं होने की वजह से यह अभी तक पूरी तरह से बाजार में नहीं आ पाए हैं. 200 रुपये का नया नोट जहां हल्के पीले और नारंगी रंग के बेस कॉंबिनेशन में तैयार किया गया, वहीं 50 रुपये का नया नोट नीले रंग के बेस कॉंबिनेशन में बनाया गया है.
बताते चलें कि 8 नवंबर, 2016 की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 हजार और 500 रुपये के नोटों को बंद किए जाने का ऐलान किया था. नोटबंदी के ऐलान के बाद सरकार ने पुराने नोटों को वापस लेते हुए 2 हजार और 500 रुपये के नए नोट जारी किए थे. वित्त मंत्रालय द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले साल 8 दिसंबर तक करीब 17 अरब 500 रुपये के नोट और 3 अरब 60 करोड़ 2000 के नोट छापे जा चुके हैं. सरकार अपने इस कदम से देश में नकली नोट पूरी तरह से खत्म करना चाहती है. सूत्रों की मानें तो इसके लिए सरकार द्वारा बाकायदा निगरानी भी की जा रही है. बताते चलें कि साल 2008 में 195,000 नकली नोट (सभी डिनॉमिनेशन में) पाए गए थे. वहीं साल 2015 में इनकी संख्या बढ़कर 632,000 हो गई.
चारा घोटाला मामला: लालू यादव समेत 16 दोषियों को आज हो सकती है सजा